- दून में डेंगू से निपटने को कोविडकाल की तर्ज पर कंट्रोल रूम किया गया तैयार
- डेंगू टेस्ट, बेड की स्थिति, प्लेटलेट्स की डिमांड संबंधी क्वेरीज कर सकेंगे जरूरतमंद
देहरादून (ब्यूरो): जिसके जरिए डेंगू से संबंधित कोई भी कंप्लेन, टेस्ट, बेड, प्लेटलेट्स, लैब व हॉस्पिटल्स की जानकारी प्राप्त की जा रही है। लोगों की सुविधा के लिए बाकायदा, टोल फ्री नंबर 18001802525 भी जारी कर दिया गया है।
निगम के अधिकारी का स्पष्टीकरण तलब
अनियंत्रित हो रहे डेंगू के मामलों को देखते हुए वेडनसडे को डीएम ने आलाधिकारियों की बैठक ली। बैठक के दौरान ही डीएम के फोन पर प्रभावित क्षेत्र से नगर निगम द्वारा फॉगिंग कार्यों में लापरवाही की कॉल पहुंची। इसके बाद डीएम सोनिका ने फॉगिंग कार्यों में लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की और नगर निगम के अधिकारी का स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए।
टोल फ्री नंबर पर लें ये जानकारी
-कंप्लेन
-टेस्ट कहां होगा
-बेड की स्थिति
-प्लेटलेट्स की क्वेरी
-लैब की स्थिति
-हॉस्पिटल्स की सूचना
ऐसे काम करेगा कंट्रोल रूम
-आईटीडीए में स्थापित किया कंट्रोल रूम।
-18001802525 टो फ्री नंबर करेगा 24 घंटे काम।
-नंबर से मरीज ले सकते हैं अपने क्वेरीज के जवाब।
-सीएमओ रोजाना दो बार कंट्रोल रूम का निरीक्षण करेंगे।
-डेंगू फॉगिंग के कार्य कंट्रोल रूम से ही संचालित होंगे।
-लैब व हॉस्पिटलों की शिकायतों की जांच मजिस्ट्रेट करेंगे।
मजिस्ट्रेट करेंगे मॉनिटरिंग
निर्देश दिए गए हैं कि डेंगू की स्थिति को देखते हुए न केवल फॉगिंग की मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम से होगी। बल्कि, लैब व हॉस्पिटलों की शिकायत पर मजिस्ट्रेट नजर बनाए रखेंगे और जांच भी करेंगे। इसके अलावा कंट्रोल रूम में आयुष, यूसेक, नगर निगम और सीएमओ के स्टाफ की भी तैनाती रहेगी। कहां पर हॉस्पिटलों में बेड, मेडिसिन उपलब्ध हैं, रोजाना कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी दी जाएगी।
जहां लार्वा मिले एक्शन लेंं
डीएम ने डेंगू कंट्रोल के लिए युद्धस्तर पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। अभियान चलाकर डेंगू के लार्वा को सामाप्त करने के भी निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा बचाव के लिए अवेयरनेस कार्यक्रम चलाने, निर्माणाधीन साइट्स व प्रतिष्ठानों में डेंगू का लार्वा मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी कहा गया है।
एडमिन करने से मना तो होगी कार्रवाई
प्रशासन ने साफ कह दिया है कि जांच में ओवर रेटिंग व बेड होने पर पेशेंट्स को न दिया गया तो कार्रवाई सुनिश्चित है। एडीएम एफआर को कहा गया है कि ऐसी कंप्लेंस पर मजिस्ट्रेट को संबंधित हॉस्पिटल्स व लैब में औचक निरीक्षण के लिए भेजा जाए। कहा गया है कि इन कार्यों में कोई लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी।
प्लेटलेट्स के लिए वीआईपी के कॉल्स
प्लेटलेट्स को लेकर भी मारामारी मची हुई। बताया जा रहा है कि ब्लड बैंकों में पेशेंट्स के तीमारदार सुबह से लेकर देर रात तक चक्कर काट रहे हैं। लेकिन, वहीं दून मेडिकल कॉलेज में ब्लड व प्लेटलेट्स को लेकर ब्लड बैंक प्रशासन वीआईपी के फोन कॉल्स से परेशान है। सूत्रों के मुताबिक जिन वीआईपी का ब्लड या फिर प्लेटलेट्स के लिए फोन आ रहे हैं, उनकी ओर से बदले में ब्लड और प्लेटलेट्स डोनर्स नहीं आ रहे हैं। जिससे ब्लड बैंक का परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और जरूरतमंदों को भी दिक्कतें हो रही हैं।
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