देहरादून (ब्यूरो) डीएम सविन बंसल ने कूड़ा उठान को लेकर सीएम हेल्पलाइन, निगम निगम वेबसाइट के साथ तमाम जगह मिल रही शिकायतों पर एक्शन लेना शुरू किया है। सबसे पहले तो कई सालों से कूड़ा उठान की जिम्मेदारी संभाल रहे स्वास्थ्य अधिकारी से यह जिम्मेदारी वापस लेकर उपनगर आयुक्त को सौंपी गई। इसके बाद लगातार कूड़ा निस्तारण केंद्र से लेकर डम्पिंग जोन पर नगर निगम की टीम जांच अभियान छेड़े हुए हैैं। जांच में कई खामियां भी मिल रही हैैं, ऐसे में जिम्मेदारों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है।

कैंपेन चलाकर लगातार एक्शन
-10 सितंबर - नगर निगम की कार्यप्रणाली में बदलाव करते हुए उपनगर आयुक्त को डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की जिम्मेदारी सौंपी गई।
- 11 सितंबर - नगर निगम ने सार्वजनिक स्थल पर गंदगी मिलने पर कंपनी पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया।
- 12 सितंबर - कूड़ा उठान को लेकर कंपनी की ओर से लगातार लापरवाही की जा रही थी, जिसके बाद कंपनी पर 1 लाख 99 हजार का जुर्माना लगाया गया।
-13 सितंबर - नगर निगम की टीम ने किया 75 हजार रुपये का चालान।
-14 सितंबर - डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन न होने पर दो कंपनी का किया चालान।
-16 सितंबर - कूड़ा उठान में कमी मिलने पर आयुक्त ने किया एक लाख का चालान।


तीन कंपनी के जिम्मे कुड़ा उठान
- इकॉन वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम
- इकॉन वाटरग्रेस सनलाइट
- सनलाइट वेस्ट मैनेजमेंट

कंपनी की व्यवस्था बदहाल
नगर निगम की टीम ने सिटी के कई इलाकोंं में कूड़ा पाये जाने व सही समय पर डीडब्ल्यूडी वाहनों के न पहुंचने पर कंपनी के विरुद्ध चालानी कार्रवाई की। इसके साथ ही शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लगातार नगर निगम की टीमों द्वारा औचक निरीक्षण कर कंपनी व पीएमसी की कार्य प्रणाली में सुधार के निर्देश दिए जा रहे हैं। कंपनियों के द्वारा निर्देशों का पालन न करने की दशा में आगे भी लगातार चालानी कार्रवाई जारी रहेगी।

मंडे को यहां किए चालान
- धामवाला जीवीपी प्वॉइंट पर सही समय पर कूड़ा न उठने और डीडब्ल्यूडी वाहन न पहुंचने पर इकॉन वाटर ग्रेस कंपनी का 25000 का चालान।
- पाम सिटी जीवीपी प्वॉइंट पर कूड़ा न उठाने पर सनलाइट कंपनी का 10000 का चालान।

इंस्पेक्शन में ये मिलीं खामियां
- हाउसहोल्ड का न सर्वे मिला न कोई डाटा।
- 203 कूड़ा वाहन लगाए गए हैैं 100 वार्ड में, 20 परसेंट वाहन ही मिले साइट पर मौजूद
- किस एरिया में कितनी गाडिय़ां हैैं, इसे लेकर भी एक्सरसाइज नहीं की गई।
-सही तरीके से हाउसहोल्ड कवर नहीं किए जा रहे हैैं।
- समय पर गाड़ी न पहुंचने के कारण लोग खुले में कूड़ा फेंक रहे हैैं।
- समय पर कूड़ा उठान की मॉनिटरिंग न नहीं की जा रही।
- एक ही कंपनी को अवेयरनेस, कूड़ा उठान और मॉनिटरिंग की सौंपी गई जिम्मेदारी।
-डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की गाड़ी समय पर नहीं जाती घरों में। ।

नगर निगम की टीम ने जब क्षेत्र में जाकर निरीक्षण किया तो कूड़ा उठान में तमाम खामियां पाईं गई। लगातार इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। किसी भी तरह की शिकायत मिलने पर उसमें सुधार किया जा रहा है। इसके साथ ही जरूरत पडऩे पर चालानी कार्रवाई भी की जा रही थी।
गोपाल राम बिनवाल, उप नगर आयुक्त
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