देहरादून(ब्यूरो) दो दिसंबर को नगर निकायों का कार्यकाल पूर्ण हो रहा है, इससे पहले ही शासन की ओर से सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने जिलों के निकायों में बतौर प्रशासन कामकाज देखने के आदेश जारी कर दिए गए। आज देहरादून नगर निगम में भी कार्यकाल पूर्ण होने के साथ डीएम सोनिका निगम के कार्यों को देखेंगीं। निकाय चुनाव होने तक उनकी देखरेख में तमाम कार्य होंगे।
चार बार रहे प्रशासक नियुक्त
इससे पहले चार बार प्रशासन नियुक्ति किए गए हैं। सबसे पहले वर्ष 1998 में देहरादून को नगर निगम बनाया गया और नगर पालिका का बोर्ड भंग हो गया था। 2003 में निकाय चुनाव हुए और नई कार्यकारिणी गठित हुई। इस दौरान चार साल तक प्रशासक ने निगम की कमान संभाली। इसके बाद 2008 में निकाय चुनाव से पूर्व तीन माह तक प्रशासक नियुक्त रहा। अगले 10 वर्ष के बीच ऐसी स्थिति नहीं बनी। फिर 2018 में भी कुछ समय के लिए प्रशासन को निगम की जिम्मेदारी दी गई थी।
अपर नगर आयुक्त ने लिया चार्ज
नगर निगम में बतौर पीसीएस वीर ङ्क्षसह बुदियाल ने अपर नगर आयुक्त का कार्यभार शुक्रवार को संभाल लिया। उन्होंने पहले दिन ही गोबल इन्वेस्टर समिट की तैयारियां शुरू कर दी हैं। उन्होंने इसके लिए कार्यों की समीक्षा करते हुए अधीनस्थों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने सफाई व्यवस्था और पथ प्रकाश व्यवस्था पर पूरा फोकस किया है। इसके लिए निगम प्रशासन ने 13 अधिकारियों को जिम्मेदारी दी है। उन्हें सफाई व्यवस्था और स्ट्रीट लाइट के कार्यों की नियमित निगरानी कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। अगले कुछ दिन अभियान चलाकर सफाई की जाएगी।
जल्द होगी नगर आयुक्त की नियुक्ति
आईएएस मनुज गोयल ने बोर्ड बैठक से पहले कार्यभार छोड़ दिया था। शासन ने उन्हें निगम से स्थानांतरित कर अपर सचिव ग्राम्य विकास बना दिया है। एक सप्ताह पूर्व उनके स्थानांतरण के आदेश कर दिए गए थे। जिसके बाद उन्होंने बीते गुरुवार को हुई निगम की अंतिम बोर्ड बैठक से ठीक एक दिन पहले कार्यभार छोड़ दिया था। अब नगर आयुक्त का पद रिक्त है। संभवत: शासन की ओर से शीघ्र नगर आयुक्त की नियुक्ति कर दी जाएगी।
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