- मसूरी पंपिंग पेयजल योजना का आईपीएस 2 तक पानी पहुंचाने का ट्रायल सफल
- करीब 12 किमी। हाइट तक पहुंच गया पानी, मसूरी पहुंचने में सिर्फ 4 किमी। शेष

देहरादून (ब्यूरो): करीब 3000 एलपीएम पानी बंगलो की कांठी स्थिति टैंक तक पहुंचाया। करीब 12 किमी। हाइट तक पानी पहुंचाकर बड़ी उपलब्धि हासिल की गई है। अब केवल 4 किमी। हाइट तक पानी पहुंचाना शेष रह गया है। सटरडे को पेयजल निगम के एमडी आईएएस उदयराज सिंह निगम अफसरों के साथ पेयजल योजना के ट्रायल का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पंपिंग पेयजल योजना से 15 मई तक पानी राधास्वामी भवन तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने इसके लिए अफसरों की कड़ी मेहनत की भी सराहना की। साथ ही निर्देश भी दिए किए कि जल्द से जल्द योजना से पेयजल आपूर्ति को कमर कस कर रखें। कहा कि हर हाल में इस गर्मी में मसूरी को नई स्कीम से शुद्ध पानी मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह योजना का रोजाना अपडेट ले रहे हैं।

पहली एचटी लाइन संचालित स्कीम

पेयजल निगम के अधीक्षण अभियंता (यांत्रिक) प्रवीण राय ने बताया कि विद्युत विभाग द्वारा दिए गए अस्थई विद्युत संयोजन से 460 किवा। एचटी मोटर (11000 वोल्ट) से पंपिंग करके तीन सौ एलपीएम पानी बंगलो की काठी स्थिति टैंक तक पहुंचाया गया है। राज्य में यह पहली पंपिंग योजना है, जिसमें हाई हैड पंपों में एचटी मोटर 11 हजार वोल्ट का प्रयोग किया जा रहा है। अभी तक इसमें एलटी मोटर 415 वोल्ट का प्रयोग किया जाता रहा है। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व 30 मार्च को यमुना नदी किनारे सिथत पंप गृह के एक पंप से भेडिय़ान स्थित ट्रीटमेंट प्लांट तक और 21 अप्रैल को भेडिय़ाल पंपिंग स्टेशन से एक पंप का संचालन कर ख्यारसी स्थित फस्ट इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशन तक पानी पहुंचाकर टेस्टिंग पूरी की गई।

अगला स्टेप राधा भवन
मुख्य अभियंता सुजीत कुमार विकास ने बताया कि मुख्य सचिव, सचिव पेयजल और एमडी पेयजल उदयराज के निर्देश पर निगम के क्षेत्रीय अभियंता टारगेट को अचीव करने के लिए दिन-रात मेहनत से टेस्टिंग का कार्य करवा रहे हैं। शीघ्र ही पानी बंगलों की कोठी स्थित द्वितीय इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशन से पंप का ट्रायल पूरा कर राधा भवन मसूरी पर निर्मित मुख्य वितरण टैंक में पानी पहुंचाया जाएगा। जहां से मसूरी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा। योजना के शुरू होने के बाद पूरी मसूरी और आस-पास के क्षेत्रों में पानी की क्राइसेस पूरी तरह खत्म हो जाएगा।

3 लाख आबादी को मिलेगा लाभ
124 करोड़ की इस पंपिंग पेयजल योजना से मसूरी की करीब 3 लाख आबादी को शुद्ध और पर्याप्त पानी मिलेगीा। योजना को बनाने में तीन साल का समय लगा है। 2020 में निर्माण शुरू किया गया था। इस बार गर्मी में मसूरी के लोगों के साथ यहां आने वाले देश-विदेश के टूरिस्टों को पानी से महरूम नहीं रहना पड़ेगा।

16 घंटे मिलेगा पानी
पेयजल निगम मसूरी के अधिशासी अभियंता संदीप कश्यप ने बताया कि योजना से शहरवासियों को 8 घंटे सुबह और 8 घंटे शाम को कुल 16 घंटे पानी की आपूर्ति होगी। योजना के तहत 5 स्टोरेज टैंक प्रस्तावित हैं, जिनका 90 फीसदी काम पूरा हो गया है। 1000 केएल के तीन और 4000 केएल के 2 टैंक बनाए गए हैं। इन टैंकों के जरिए पानी लिफ्टिंग के जरिए मसूरी शहर में पहुंचेगा। 80 में से 70 से अधिक डिस्ट्रीब्यूशन लाइन बिछ चुकी है।

प्रोजेक्ट््स की खास बातें
- 30 साल तक नहीं होगी पानी की कमी
- 124 करोड़ खर्च होंगे योजना पर
- 3 लाख पॉपुलेशन को मिलेगा लाभ
- 16 किमी। हाइट पर पंपिंग से चढ़ेगा पानी
- 80 किमी। बिछेगी नई पाइपलाइन
- 11000 वोल्ट एचटी लाइन से चलेंगे पंप
- 11 एमएलडी पानी की होगी आपूर्ति
- 16 घंटे मिलेगा शहर को पानी
- 5 स्टोरेज टैंक के जरिए पहुंचेगा पानी
- 2020 में शुरू हुआ था योजना का काम

आईपीएस-1 से बंगलों की काठी तक पानी पहुंचाने का ट्रायल सफल रहा है। 12 किमी। हाइट तक दो पंपों के माध्यम से पहुंच गया है, 4 किमी। शेष रह गया है। यह राज्य की पहली पंपिंग योजना है जिसके पंप 11 हजार वोल्ट एचटी लाइन से संचालित होंगे। 15 मई तक पानी राधा भवन तक पहुंचाने का टारगेट है। ट्रायल का काम पूरा होते ही योजना से पेयजल आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।
आईएएस उदयराज सिंह, एमडी, पेयजल निगम
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