देहरादून ब्यूरो। पुलिस के अनुसार मूल रूप से जिला बांदा, यूपी का रहने वाला महेश कुमार तिवारी अपनी मां, पत्नी और तीन बेटियों के साथ रानीपोखरी के नागाघेर में अपने बड़े भाई के मकान में रह रहा था। मंडे सुबह किसी बात को लेकर महेश का अपनी पत्नी के साथ झगड़ा हो गया। महेश ने गुस्से में धारदार हथियार से पत्नी नीतू देवी (36) का गला रेतकर हत्या कर दी। मां की हत्या होते देख महेश की बेटियां 13 साल की अपर्णा, 11 साल की स्वर्णा उर्फ गुल्लू और 9 साल की अन्नपूर्णा ने चीखना-चिल्लाना शुरू कर कर दिया। महेश ने तीनों बेटियों की भी गला काटकर हत्या कर दी। महेश का गुस्सा इस पर भी शांत नहीं हु़आ तो उसने घर में मौजूद मानसिक रूप से बीमार अपनी मां 75 साल की बिटन देवी की भी गला काटकर हत्या कर दी।

खुद को किया कमरे में बंद
बताया जाता है कि पांचों का गला रेतने के बाद महेश ने खुद को घर के उसी कमरे में बंद कर दिया, जहां पांचों के शव पड़े हुए थे। पड़ोस में रहने वाले सुबोध जायसवाल ने पुलिस और आसपास के अन्य लोग को घटना की जानकारी दी। पुलिस मौके पर पहुंची। घर के किचन में महेश की बेटी स्वर्णा की खून से लथपथ डेडबॉडी पड़ी हुई थी। पुलिस ने स्वर्णा की डेडबॉडी को कब्जे में लेकर महेश से दरवाजा खुलवाने की कोशिश की गई, लेकिन वह दरवाजा खोलने के लिए तैयार नहीं हुआ। पुलिस आसपास के लोगों की मदद से दरवाजा तोड़कर कमरे में पहुंची। कमरे में महेश की पत्नी, मां और दो बेटियों के खून से सनी डेडबॉडी पड़ी थी। महेश भी कमरे में ही बैठा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके पांचों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

अधिकारी पहुंचे मौके पर
इस दिल दहलाने वाली घटना के सूचना मिलते ही डीआईजी गढ़वाल रेंज करण ङ्क्षसह नगन्याल, एसएसपी दलीप ङ्क्षसह कुंवर, एसपी देहात कमलेश उपाध्याय, एसपी क्राइम डा। विशाखा भदाणे, डीएसपी ऋषिकेश जीसी ढौंडियाल और डीएसपी डोईवाला अनिल शर्मा टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने फारेंसिक टीम की मदद से मौके पर सबूत इकटठे किये।

काम नहीं सिर्फ पूजा करता था
एसएसपी दलीप ङ्क्षसह कुंवर ने बताया कि परिवार की सामूहिक हत्या किये जाने की इस घटना को कोई बड़ा कारण प्रारंभिक पूछताछ में सामने नहीं आया है। एसएसपी के अनुसार महेश कुमार कोई काम नहीं करता था। जिस घर में वह परिवार और मां के साथ रह रहा था, वह उसके बड़े भाई का है। बड़ा भाई विदेश में रहता है। महेश के परिवार और मां के लालन-पालन के लिए भी उसका भाई ही पैसे देता था। महेश कुमार ज्यादातर समय पूजा-पाठ में लगता था।

पूजा-पाठ को लेकर पत्नी से विवाद
एसएसपी के अनुसार हर समय पूजा-पाठ के कारण महेश की पत्नी परेशान थी। वह अक्सर उसे कुछ काम-धाम करने के लिए कहती थी। मंडे सुबह भी महेश पूजा कर रहा था। इस बीच गैस खत्म होने पर उसकी पत्नी ने उसे आवाज देकर गैस लगाने के लिए कहा। इससे महेश नाराज हो गया। उसने धारदार हथियार उठाया और पत्नी का गला काट डाला। इसके बाद तीन बेटियों और मां की थी हत्या कर दी।

चार बेटियां थी महेश की
क्या महेश लगातार बेटियां होने कारण मानसिक संतुलन खो बैठा था, कुछ लोग इस तरह की संभावना भी जता रहे हैं। दरअसल महेश की चार बेटियां हैं। तीन बेटियों की उसने हत्या कर दी, जबकि एक बेटी को ऋषिकेश में रह रही उसकी बहन पालती है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि बेटे ही चाहत के कारण ही वह पूजा-पाठ में ज्यादा समय गुजारने लगा था।