देहरादून ब्यूरो। प्रदेश में भाजपा की नई धामी सरकार पर पढ़े-लिखे युवाओं की बड़ी उम्मीदें टिकी हुई हैं। क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय देहरादून में दर्ज रजिस्ट्रेशन के अनुसार जून 15 तक 88695 युवाओं ने नौकरी के लिए अपने रजिस्ट्रेशन कराया है। बेरोजगारों की यह फौज आबादी के लिहाज से साल-दर-साल बढ़ती जा रही है। जहां गत वर्ष 2021 में यह संख्या 83678 थी, वहीं इस बार यह आंकड़ा 88695 तक जा पहुंचा गया है। आंकड़ों के अनुसार 23967 ऐसे बेरोजगार हैं, जिन्होंने अपना डीएलएड, बीएड, एलटी और एमएड किया है और उन्हें भी नौकरी की तलाश है।
आउटसोर्स एजेंसी से भी उम्मीदें
हाल में विधानसभा सत्र के दौरान श्रम सेवायोजन मंत्री की ओर से सेवायोजन विभाग को आउट सोर्स एजेंसी के तौर पर बनाए जाने के लिए सीएम व वित्त मंत्री के सामने विधानसभा प्रस्ताव रखा था। यह मामला अब तक सरकार के विचाराधीन है। लेकिन, युवाओं को उम्मीद है विभागीय मंत्री के इस प्रस्ताव से रजिस्ट्रेशन कर चुके और करने वाले युवाओं को इसका भविष्य में लाभ मिलेगा। उनके सरकारी व गैर सरकारी विभागों में जॉब मिलने की संभावनाएं बढ़ेंगी।
बेरोजगारों की संख्या
-कुल बेरोजगारों की संख्या---88695
-हाईस्कूल से कम---367
-हाईस्कूल पास---13531
-इंटरमीडिएट---29037
-ग्रेजुएट--32060
-पीजी--13700
प्रोफेशनल कोर्स बेरोजगार
-प्राविधिक आईटीआई--3392
-डिप्लोमाधारी यांत्रिकी-- 5168
-ग्रेजुएट-पीजी यांत्रिकी-- 2286
-ग्रेजुएट-पीजी चिकित्सा-- 73
ग्रामीण बेरोजगारों की संख्या---26674
शहरी बेरोजगारों की संख्या---62021
एससी---14988
एसटी---1217
ओबीसी---12078
दिव्यांगजन---1551
महिला बेरोजगार--48365
इस वर्ष अब तक पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या
महीना---पुरुष--महिला--कुल
जनवरी--5963--4289---10252
फरवरी--1764--1485---3249
मार्च---416--507--923
अप्रैल--321--402--723
मई---381--411--792
जून---220---231(जून महीने में 15 जून तक)
टूट रहा युवाओं का विश्वास, रजिस्ट्रेशन कम
क्षेत्रीय सेवायोजना के आंकड़ों पर गौर करें तो इस वर्ष जनवरी में जहां 10252 बेरोजगारों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया, जबकि इसके बाद जून तक इस आंकड़े में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। अप्रैल में केवल 723, मई में 792 और जून में 15 दिनों में केवल 451 रजिस्ट्रेशन ही हो पाए।
शहरी युवाओं को ज्यादा आस
सेवा योजन में दर्ज रजिस्ट्रेशन के मुताबिक जिन युवाओं ने नौकरी के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया है, उनकी संख्या 26674 है, जबकि शहर के ऐसे युवाओं की संख्या 62021 है। जानकार बताते हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों से युवा नौकरी की तलाश में माइग्रेट कर चुके हैं। ऐसे में शहरी क्षेत्रों के युवाओं की संख्या ज्यादा है, जिनको नौकरी की तलाश है।