देहरादून(ब्यूरो)। मतदान प्रक्रिया सुबह छह बजे मॉक पोल के साथ शुरू की गई। मतदान का समय सुबह आठ बजे से तय किया गया था, लेकिन तमाम बूथों में साढ़े सात बजे से ही मतदाता पहुंचने लगे थे। इस प्रकार से दून जिले की 10 सीटों पर शुरुआत में वोटिंग प्रतिशत उम्मीद के मुताबिक कम रही। सुबह नौ बजे तक जिले की 10 सीटों में मतदान का ग्राफ एक घंटे में केवल 5.66 प्रतिशत के करीब रहा। इसके बाद दिन चढ़ने के साथ ग्राफ बढ़ता गया। दोपहर एक बजे तक करीब 35 प्रतिशत मतदाता मताधिकार का प्रयोग कर चुके थे। इस प्रकार से कई जगह सात बजे के बाद तक भी मतदान जारी रहा।
कांग्रेस के कंट्रोल रूम में 300 शिकायतें
राजपुर रोड स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में मंडे सुबह से ही गहमागहमी का माहौल था। पार्टी कार्यालय से ही विधानसभा चुनाव के लिए हो रहे मतदान पर नजर रख रही थी। इसके लिए कांग्रेस के उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव के निर्देश पर कांग्रेस मुख्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया था, जो दिनभर सक्रिय रहा। इस दौरान 300 से अधिक शिकायतें आईं, जिनका निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों के साथ वार्ता कर समाधान कराया गया। प्रदेश प्रभारी यादव दिनभर ही कंट्रोल रूम की मानीटरिंग करते रहे। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी ने बताया कि सुबह आठ से शाम छह बजे तक प्रदेशभर से कंट्रोल रूम में शिकायतें मिलती रहीं।
विकासनगर व मसूरी में बढ़ा मतदान
मतदान के लिहाज से दून सिटी की सीटों के मुकाबले दूरस्थ क्षेत्रों की सीटों पर मतदाताओं में अच्छा उत्साह देखने को मिला है। इस चुनाव की तुलना वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव से की जाए तो सिर्फ दो सीटें ऐसी रहीं, जहां मतदान का ग्राफ ठीक बढ़ा है। बाकी सीटों पर या तो नाममात्र की बढ़त हुई है, या हल्की से लेकर बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
एक नजर वोटिंग पर
-मतदान प्रतिशत में सुधार में विकासनगर सीट सबसे आगे
-मसूरी के मतदाताओं की सक्रियता के चलते वोटिंग में उछाल
-रायपुर सीट पर वोटिंग बढ़ी, लेकिन लेवल मामूली रहा।
-सहसपुर सीट पर बीते चुनाव की अपेक्षा हल्की गिरावट
-डोईवाला व राजपुर रोड सीट पर भी मामूली गिरावट
-सबसे पीछे रही दून कैंट की सीट में कुछ खास बदलाव नहीं
-सबसे ज्यादा वोटर वाली धर्मपुर सीट पर अपेक्षित परिणाम नहीं दिखे।
-ऋषिकेश सीट पर भी गिरावट की यही स्थिति रही।