DEHRADUN: करीब 20, 885 ऐसे अभ्यर्थी होंगे, जिन्हें आगामी 25 फरवरी को आयोजित होने वाली ग्राम पंचायत विकास अधिकारी की परीक्षा में शामिल होने का मौका नहीं मिल पाएगा। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से ऐसी अभ्यर्थियों प्रवेश पत्र भी आयोग की वेबसाइट पर अपलोड नहीं किया है।
आयोग को मिल रही शिकायतें
दरअसल, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी के पदों के लिए 20 नवंबर 2015 को भर्तियां निकाली गई थी। इसके लिए 180801 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। इसके लिए 6 मार्च 2016 को परीक्षा आयोजित की गई। जिनमें से 87196 परीक्षार्थियों ने एग्जाम में प्रतिभाग किया था। लेकिन पूर्व में लिखित परीक्षा में अनियमितता की शिकायत पर चयन प्रक्रिया कैंसिल कर दी गई। निरस्तीकरण का मामला हाईकोर्ट नैनीताल में पहुंचा। इसके लिए हाईकोर्ट ने 24 अक्टूबर 2017 व पहली दिसंबर 2017 को अपने आदेश में फिर से परीक्षा कराए जाने के आदेश दिए थे। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव संतोष बडोनी ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद 25 फरवरी को आयोजित हो रही परीक्षा में उन्हें अभ्यर्थियों को प्रतिभाग करने का मौका दिया जा रहा है, जिन्होंने छह मार्च 2016 की परीक्षा में प्रतिभाग किया था। लेकिन आयोग को उस वक्त परीक्षा में शामिल न होने वाले 20885 अभ्यर्थियों के क्वेरीज में आ रहे हैं।
प्रवेश पत्र को शिकायत 22 तक
आयोग ने साफ किया है कि जो परीक्षार्थी उस वक्त परीक्षा में शामिल नहीं हुए थे, उनके प्रवेश पत्र आयोग की वेबसाइट पर अपलोड नहीं हैं। बकायदा इनकी सूची आयोग की साइट पर भी प्रदर्शित कर दी गई है। आयोग का कहना है कि वह अभ्यर्थी आयोग में अपनी शिकायत कर सकता है, जो 6 माई 2016 की परीक्षा में शामिल हुए थे और उनका प्रवेश पत्र वेब पर प्रदर्शित नहीं हो पा रहा है। आयोग के मुताबिक ऐसे अभ्यर्थी 22 फरवरी शाम चार बजे तक अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं, उसके बाद उनके आवेदनों पर विचार नहीं किया जा सकेगा।