- नगर निगम ने कराया सर्वे, अब होगा उजाला

देहरादून (ब्यूरो): दून नगर निगम में पार्षदों की ओर से जो समस्याएं अक्सर उठाई जाती रही हैं, उनमें स्ट्रीट लाइटों की समस्या सबसे ज्यादा है। स्ट्रीट लाइटों को लेकर कई बार हो-हंगामा भी होता रहा है। इस समस्या की वजह भी खास रही है। निगम के सर्वे में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। पता चला है कि निगम क्षेत्र के 100 वार्डों में 8 हजार ऐसे पोल हैं, जिन पर स्ट्रीट लाइटें लगनी है। इनमें ज्यादा वे 40 वार्ड हैं, जो निगम में शामिल हुए हैं। हालांकि, कुछ मात्रा में पुराने 60 वार्ड भी शामिल हैं। निगम का मानना है कि आए दिन रोज घर बन रहे हैं, ऐसे में बिजली के पोल खड़े कर दिए जाते हैं। लेकिन, बदले में इसी दौरान स्ट्रीट लाइट्स की भी डिमांड आ जाती है। लगातार स्ट्रीट लाइट की डिमांड को देखते हुए निगम ने सर्वे किया, तब 8 हजार पोलों पर स्ट्रीट लाइट की जरूरत सामने आई। निगम के पुराने वार्डों में स्ट्रीट लाइट की डिमांड सीमित है। ये वे स्ट्रीट लाइटें हैं, जहां पुरानी लाइटें खराब हो चुकी हैं। नगर निगम में स्ट्रीट लाइट इंचॉर्ज रंजीत राणा के अनुसार निगम आठ हजार स्ट्रीट लाइट लगाने की तैयारी कर रहा है।

::स्ट्रीट लाइटों पर एक नजर::
-दून में स्ट्रीट लाइटों का आंकड़ा पहुंच चुका 97700 तक
-सिटी में अभी भी 8 हजार स्ट्रीट लाइट्स की डिमांड
-2008 में एक सोडियम लाइट की कीमत थी 65000 तक
-अब एक एलईडी लाइट की कीमत 1100 तक
-स्ट्रीट लाइट को निगम हर साल यूपीसीएल को करीब 55 लाख तक धनराशि
-सोडियम स्ट्रीट लाइट के दौरान निगम यूपीसीएल को करता था करीब 97 लाख तक भुगतान

नए लाइनमैन की भर्ती
सिटी में स्ट्रीट लाइट की देखरेख के लिए नगर निगम का ईईएसएल कंपनी के एमओयू साइन है। कंपनी के ओर से इसके लिए हरियाणा की कंपनी आस्था इलेक्ट्रिकल को जिम्मेदारी सौंपी गई है। निगम ऑफिशियल के अनुसार इस कंपनी ने भी दूसरी फर्म को स्ट्रीट लाइट ठीक कराने की जिम्मेदारी सौंपी है। लेकिन, इस फर्म के पास करीब 20 लाइनमैन की कमी है। जिनकी भर्ती की जा रही है। ऐसे ही 20 हेल्पर की भी भर्ती की जा रही है। निगम के अधिकारियों के अनुसार जिन इलाकों में स्ट्रीट लाइट की दिक्कत है, जल्द सुचारू कर दी जाएंगी।

रोज चार दर्जन से ज्यादा शिकायतें
-नगर निगम में स्ट्रीट लाइटों की हर रोज पहुंचती हैं शिकायतें
-एक एवरेज के मुताबिक रोजाना चार दर्जन से ज्यादा पहुंचती हैं कंप्लेन
-निगम प्रशासन की ओर हर बार दिया जाता है भरोसा।
-अधिकतर पार्षदों की भी वार्डों में स्ट्रीट लाइट की रहती है समस्या
-नवंबर 2021 में स्ट्रीट लाइट को लेकर हो चुका हंगामा हुआ
-मुख्यालय में पार्षद व निगम के कर्मचारी तक भिड़े।