देहरादून, (ब्यूरो): उत्तराखंड में मानसून की बारिश पहाड़ से लेकर मैदान तक आफत बनकर बरस रही है। दून समेत आसपास के क्षेत्रों में भी कहीं-कहीं भारी बारिश का सिलसिला बना हुआ है। मंडे को दोपहर के समय उफनती बिंदाल नदी में एक किशोरी बह गई। पेटलनगर पुलिस एसडीआरएफ की टीम ने दुधली तक सर्चिंग अभियान चलाया, लेकिन किशोरी का कहीं अता-पता नहीं चला। कई जगहों पर जल भराव से घरों में पानी घुसा। ऊधमसिंहनगर में जलभराव के चलते 850 प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया। उधर, पहाड़ों में जगह-जगह भूस्खलन से कई यातायात मार्ग अवरुद्ध होने से आवाजाही ठप हो गई है।

यहां हुआ जल भराव
-हरिद्वार रोड महिंद्रा शो रूम
-धर्मपुर 20 से 30 घरों में जल भराव
-रिस्पना पुल व धर्मपुर सब्जी मंडी
-गंगा विहार, हरिद्वार रोड व चंदर नगर
-रिस्पना पुल चंचल डेरी
-देव विहार लेन नरंबर 12, टर्नर रोड क्लमेंट टाउन
-प्रिंस चौक
-वार्ड नंबर 84 आजाद विहार बंजारावाला

50 मिनट में 42 मिमी बारिश
मंडे को दून में सुबह से धूप और बादलों की आंख-मिचौनी के बाद अचानक दोपहर में घने बादल छाए। उसके बाद झमाझम बारिश होने लगी। करीब 50 मिनट में ही दून में 42 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। मूसलाधार बारिश के कारण फिर शहर का ड्रेनेज सिस्टम फेल नजर आया। पूरा शहर पानी-पानी नजर आया।

बारिश से बुरा हाल
-सिटी मजिस्ट्रेट ऑफिस के साथ ही कोर्ट कैंपस में भी भारी जलभराव हुआ।
-कई इलाकों में बारिश के पानी तेज बहाव से दुपहिया वाहन सवार अनियंत्रित होकर गिर पड़े।
- स्कूली बच्चों को भी छुट्टी के बाद घर जाने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
-परेड मैदान और घंटाघर की ओर से बारिश का पानी दर्शनलाल चौक से होते हुए कचहरी व ङ्क्षप्रस चौक की ओर बहने लगा।
-दून अस्पताल चौक के चारों तरफ तालाब सा नजारा देखने को मिला। -लैंसडौन चौक से बुद्धा चौक होते हुए दर्शनलाल चौक जा रहे नाले से भी जल निकासी के कारण हुआ जलभराव।

हिमाद्रि एवेन्यू में जलभराव
जोगीवाला क्षेत्र में हिमाद्रि एवेन्यू में भी भारी जलभराव हुआ। जबकि,
चंदर नगर में सड़क किनारे का हिस्सा धंस गया और वहां एक बड़ा गड्ढा बन गया। इंद्रा नगर कालोनी सीमाद्वार में सीवर लाइन बिछाने के बाद जगह-जगह सड़क धंस गई। सहस्रधरा रोड से सटे सुमनपुरी में पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई है। जबकि, आईएसबीटी चौक पर भी जलभराव की समस्या रही।


किशोरों की जान आफत में फंसी
डोईवाला सुसवा नदी में बाइक पर स्टंट कर रहे दो किशोर अचानक जलस्तर बढऩे से बहने लगे। जब वन गुर्जरों की नजर बह रहे किशोरों पर पड़ गई अैर उन्होंने जान जोखिम में डालकर दोनों युवकों को सुरक्षित बाहर निकला। हालांकि, इन किशोरों की बाइक पानी के तेज बहाव में बह गई, जो घटनास्थल से लगभग डेढ़ किमी आगे बरामद हुई।

जिलेवार सड़कों की स्थिति
रुद्रप्रयाग: केदारनाथ एनएच फाटा के करीब मलबा आने से 8 सड़कें बंद।
उत्तरकाशी: ऋषिकेश गंगोत्री व यमुनोत्री मार्ग सुचारू, जिले में 3 ग्रामीण मार्ग बाधित।
बागेश्वर: 1 जिला मुख्य व 17 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद, खोलने का काम जारी।
पिथौरागढ़: 6 बार्डरर मार्ग के साथ 19 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद।
अल्मोड़ा: 1 राज्य मार्ग व 13 ग्रामीण मोटर मार्ग बारिश से बंद।
नैनीताल: 3 राज्य मार्ग, 3 मुख्य जिला मार्ग व 1 अन्य मार्ग के साथ 25 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद।
चंपावत: 1 एनएच, 5 राज्य मार्ग, 51 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद।

850 लोगों को पहुंचाया सेफ जगह
ऊधमसिंहनगर में विचुवा गांव में करीब 70 घरों में जल भराव से बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए। जल पुलिस और स्थनीय स्तर से 850 लोगों को टै्रक्टर की मदद से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। जलभराव से 232 परिवार प्रभावित बताए जा रहे हैं। करीब 300 लोगों को नानकमत्ता गुरुद्वारा साहिब में भोजन कराया गया।

अगले तीन दिन बारिश का क्रम बने रहने का अनुमान है। सोमवार को देहरादून, पौड़ी, चमोली, नैनीताल, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ भारी बारिश की संभावना है।
बिक्रम सिंह, निदेशक, मौसम विज्ञान केंद्र

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