- कार्य एमडीडीए को हैंडओवर होने तक कॉन्टे्रक्टर्स होंगे जिम्मेदार, संबंधित अभियंता भी नपेंगे
देहरादून, 29 जनवरी (ब्यूूरो)।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान एमडीडीए ने शहर को दिन-रात एक कर चमकाया। राजधानी दून में सड़कों की दीवारों पर पेंटिंग से लेकर लैंडस्केपिंग, फसाड के तहत दुकानों व प्रतिष्ठानों पर लगाए गए बोर्ड, चौराहों के ब्यूटीफिकेशन समेत कई कार्य कराए गए। कुछ कार्य पूरे हो गए हैं, लेकिन कुछ कार्य अधूरे छूट गए। जबकि फसाड के बोर्ड के ऊपर कई प्रतिष्ठानों ने अपने रंग-बिरंगे बोर्ड लगा दिए। फसाड कार्य को लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने फसाड बन गया कबाड़ नाम से अभियान चलाया। अभियान के दौरान दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने कई जगहों पर कमियों पाई। एमडीडीए ने खबरों का संज्ञान लेते हुए संबंधित कॉन्ट्रेक्टर्स को नोटिस जारी किया है। साथ ही जिम्मेदारी फिक्स की है कि जब तक फसाड का पूरा कार्य नहीं हो जाता, तब तक पेमेंट रिलीज नहीं होगा। कॉन्ट्रेक्टर्स को जल्द से जल्द फसाड का कार्य पूरा करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
10 कॉन्ट्रेक्टर्स को नोटिस जारी
फसाड के तहत शहर में करीब 14 हजार सिमिलर बोर्ड लगाए गए हैं। इन बोर्डों के लगने से बाजारों में लुक एक जैसा नजर आने से शहर की सुंदरता में निखार आया है। कुछ जगहों पर बोर्ड लगाने का कार्य अधूरे पड़े हैं। इन कार्यों को पूरा करने के लिए एमडीडीए ने 10 कॉन्ट्रेक्टर्स को नोटिस जारी किया है। एमडीडीए वीसी बंशीधर तिवारी ने साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि जल्द से जल्द फसाड कार्य पूरा किया जाए। उन्होंने नियम विरुद्ध लगाए गए बोर्ड पर भी एक्शन को चेताया है।
धारा-12 के तहत होगी कार्रवाई
फसाड नीति के तहत शहर में लगाए गए सिमिलर बोर्ड से छेड़छाड़ या नुकसान पहुंचाने वाले व्यापारियों और प्रतिष्ठानों के खिलाफ फसाड एक्ट की धारा-12 के तहत कार्रवाई होगी। इसके अलावा नगर निगम के होर्डिंग एक्ट के तहत भी कार्रवई की जाएगी।
मॉनिटरिंग को बनेगी सेल
वीसी बंशीधर तिवारी ने बताया कि ब्यूटीफिकेशन कार्य के लिए जल्द मॉनिटरिंग सेल का गठन किया जाएगा। मॉनिटरिंग सेल में नगर निगम के साथ ही पुलिस और प्रशासन को भी शामिल किया जाएगा। कैमरों से भी निगरानी रखी जाएगी। सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सरकारी संपत्ति पर छेड़छाड पर कार्रवाई
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने फसाड के तहत किए गए ब्यूटीफिकेशन कार्य को लेकर एमडीडीए के वीसी बंशीधर तिवारी से बातचीत की। ये रहे बातचीत के कुछ अंश।
इन्वेस्टर्स समिट के लिए दून शहर में कितने का ब्यूटीफिकेशन कार्य कराया गया है।
1-समिट के दौरान ब्यूटीफिकेशन का ऐतिहासिक कार्य हुआ है। रोड की दीवारों पर पेंटिंग और लैंडस्केपिंग समेत ब्यूटीफिकेशन के कई कार्य कराए गए। इस पर कुल 78 करोड़ के खर्च का बजट रखा गया था।
फसाड योजना के तहत लगाए गए बोर्ड के ऊपर क्या कोई प्रतिष्ठान निजी बोर्ड लगा सकते हैं।
नहीं, फसाड नीति के तहत कोई भी व्यक्ति या प्रतिष्ठान निजी बोर्ड नहीं लगा सकता है। यदि कहीं नियमों के विरुद्ध सिमिलर बोर्डों पर छेड़छाड़ पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
3-शहर में फसाड के बोर्ड लगाने का काम अधूरा छोड़ दिया गया है। ये काम कब तक पूरा होगा।
फसाड कार्य अधूरा नहीं पड़ा है। फसाड कार्य अभी भी चल रहा है। संबंधित ठेकेदारों को जल्द कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। फसाड के तहत अब शहर की इंटरनल सड़कों पर भी काम कराया जाएगा।
4-कई प्रतिष्ठानों ने फसाड के ऊपर अपने बोर्ड लगाए हैं। क्या इस पर कार्रवाई का प्रावधान है।
जी हां, फसाड एक्ट की धारा-12 के अंतर्गत इस पर कार्रवाई का प्रावधान है। कान्ट्रेक्टर्स की ओर से कार्य एमडीडीए को हैंडओवर करने के बाद इस पर कार्रवाई की जाएगी।
5-एमडीडीए को कार्य हैंडओवर होने से पहले छेड़छाड़ के लिए कौन जिम्मेदार होगा।
सीधे तौर पर ठेकेदार जिम्मेदार है। कार्य पूरा होने तक कान्ट्रेक्टर इसकी बराबर मॉनिटरिंग करेंगे।
6- नियम विरुद्ध कार्य करने वालों के विरूद्ध क्या अब तक कोई एक्शन लिया गया है। भविष्य में क्या इसकी मॉनिटरिंग होगी।
जिन इलाकों में फसाड के कार्यों में कंप्लेन आएगी। उस क्षेत्र के अभियंता और कॉन्ट्रेक्टर्स कि विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। भविष्य में नगर निगम के साथ मिलकर होर्डिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की रूपरेखा तैयार की जा रही है।