- सेल्फ सर्टिफिकेशन सिस्टम के लिए आर्किटेक्ट के जरिये करिए ऑनलाइन एप्लाई
- नक्शा पास कराने के लिए नहीं काटने होंगे एमडीडीए के चक्कर

देहरादून, (ब्यूरो): यदि एक सप्ताह के भीतर एमडीडीए ने घर का नक्शा स्वीकृत नहीं किया है, तो आप सेल्फ सर्टिफिकेशन सुविधा के तहत आर्किटेक्ट के जरिए नक्शा पास हो जाएगा और आप मकान निर्माण का काम शुरू कर सकते हैं। बाद में एमडीडीए की टीम आकर घर का इंस्पेक्शन करेगी। नक्शे के मुताबिक निर्माण न होने से नक्शा निरस्त या पैनाल्टी भी पड़ सकती है। इसलिए इस प्रणाली का लाभ लेने के लिए कुछ बातों का भी ध्यान रखना होगा।

अब तक नक्शा स्वीकृत कराना महाभारत
अभी तक नक्शा पास कराने के लिए लंबी प्रक्रिया होती थी। इसमें आपत्तियों के आने के बाद तो काम और बोझिल हो जाता था। पिछली कैबिनेट बैठक में सेल्फ सर्टिफिकेशन प्रणाली से नक्शा स्वीकृत कराने पर मुहर लगी थी। ट््यूजडे को आवास विभाग ने सभी प्राधिकरणों में यह प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस सिस्टम के जरिए चौबीस घंटे में नक्शा पास उन्हीं जगहों का हो सकता है जिन जगहों का लेआउट प्राधिकरण से एपू्रव हो।

देना होगा प्रमाण
यदि आवेदन के एक सप्ताह बाद भी नक्शा स्वीकृत नहीं होता है, तो ही आप इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे। यदि आप पू्रव नहीं कर पाए कि आपके आवेदन को एक सप्ताह नहीं हुआ, तो नक्शा अमान्य हो सकता है। यह प्रक्रिया जितनी सरल है उतना नुकसान भी हो सकता है। आर्किटेक्ट 200 वर्गगज तक के आवासीय भवन का ही नक्शा मंजूर कर सकेंगे।

लाखों लोगों को मिलेगा लाभ
आवास विभाग ने सरलीकरण प्रक्रिया के तहत सभी प्राधिकरणों में एपू्रव्ड लेआउट पर घर का नक्शा पास कराने की स्वप्रमाणन सुविधा शुरू कर दी गई है। इस सुविधा के जरिए मंजूर पहला नक्शा शहरी विकास मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने एक महिला को सौंपा है। दून में हर माह करीब 8 से 10 हजार आवासों का निर्माण हो रहा है। अभी तक करीब पौने दो लाख घरों के नक्शे स्वीकृत हो चुके हैं।

घर का नक्शा स्वीकृृत कराने में बहुत समय लगता है। बहुत दौड़भाग करनी पड़ती है। यदि सरकार इस तरह की सुविधा दे रही है तो यह अच्छी स्कीम है। इससे बहुत लोगों को लाभ होगा।
प्रदीप गोयल, रिटायर्ड इंजीनियर

कभी-कभी स्कीम का सब्जबाग अच्छा दिखाया जाता है, लेकिन उसका इम्लीमेंटेशन न होने से पब्लिक को लाभ नहीं मिलता। उम्मीद है कि सेल्फ सर्टिफिकेशन की सुविधा लोगों को बड़ी राहत देगी।
प्रमोद कपरूवाण शास्त्री, सोशल एक्टिविस्ट

सरकार की कई योजनाएं अच्छी हैं। वर्तमान में नक्शा स्वीकृत करने की लंबी और जटिल प्रक्रिया है, जिसका सरलीकरण किया गया है। इस सुविधा से निश्चित रूप से पब्लिक को बड़ा फायदा होगा।
निदेशक, देवभूमि निधि लिमिटेड

नक्शा पास कराने के लिए लोगों को एमडीडीए के चक्कर लगाने पड़ते हैं। सेल्फ सर्टिफिकेशन की सुविधा अच्छी है। इससे लोगों को नक्शा पास करने का लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
एसएस नेगी, सोशल एक्टिविस्ट

12 लाख से अधिक है शहर की पॉपुलेशन
10 हजार नक्शे हो रहे हर साल स्वीकृत
58 प्रतिशत के लगभग है आवासीय एरिया
6952 हेक्टेयर है सिटी में अनडेवलप्ड एरिया

पांच साल में स्वीकृत हुए नक्शे
2022 8900
2021 9500
2020 5400
2019 4447
2018 4023

यदि एक सप्ताह के भीतर नक्शा पास नहीं होता है, तो आवेदक सेल्फ सर्टिफिकेशन प्रणाली से आर्किटेक्ट के जरिए नक्शा मंजूर करवा सकता है। बाद में एमडीडीए घर का विजिट करेगी। स्वीकृत लेआउट के मुताबिक निर्माण न होने पर नक्शा रद्द भी किया जा सकता है या फिर निर्माण को गिराया भी जा सकता है।
मोहन सिंह बर्निया, सचिव, एमडीडीए
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