देहरादून ब्यूरो। मंडे को देहरादून में धूप-छांव की स्थिति रही। दिन में कई बार घने और काले बादल छाये, लेकिन ज्यादातर हिस्सों में बारिश नहीं हुई। शाम को मसूरी और सहस्रधारा क्षेत्र में तेज बौछारें पड़ी, लेकिन बाकी जगहों पर या तो बारिश हुई ही नहीं या मामूली बौछारें पड़ी। शाम 4 बजे जारी मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार जौलीग्रांट में 0.6 मिमी और मोहकमपुर में 1.3 मिमी बारिश हुई। जिले में बाकी कहीं भी बारिश नहीं हुई। दून का मैक्सिमम टेंपरेचर 30.0 डिग्री और मिनिमम टेंपरेचर 20.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। ट्यूजडे को दून में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

अल्मोड़ा में एक की मौत
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर से जारी सूचना के अनुसार बीते 24 घंटे के दौरान नैनीताल में सबसे ज्यादा 136 मिमी बारिश दर्ज की गई। हल्द्वानी में 115 मिमी और मुक्तेश्वर में 91.3 मिमी बारिश दर्ज की गई। अल्मोड़ा में 75.6 और चौखुटिया में 94.0 मिमी बारिश हुई। यहां सल्ट क्षेत्र के पीपना गांव में सुबह 4 बजे भारी बारिश के बीच एक मकान ढह गया। इस घटना में एक बुजर्ग की मौत हो गई, जबकि एक मवेशी भी मलबे में दब गया।

कुमाऊं में जनजीवन अस्त-व्यस्त
भारी बारिश के कारण पूरे कुमाऊं क्षेत्र में मंडे को भी जन जीवन अस्त-व्यस्त रहा। अल्मोड़ा, बागेश्वर, नैनीताल, पिथौरागढ़ और चंपावत जिलों में दर्जनों मोटर मार्ग बंद हो गये हैं। यहां नदी नाले उफान पर हैं। हल्द्वानी में उफनते नाले में रोडवेज बस फंस गई। इस दौरान बस में सवार यात्रियों की सांसें अटक गई। हालांकि ड्राइवर बस को किसी तरह किनारे लाने में सफल रहा।

केदारनाथ में एक ट्रैकर की मौत
रांसी-केदारनाथ ट्रैक पर पिछले तीन दिन से फंसे दो बंगाली पर्यटक में से एक की मौत हो गई है, जबकि दूसरे घायल पर्यटक को रेस्क्यू करके केदारनाथ लाया गया। बताया जा रहा है कि ठंड के कारण पर्यटक की मौत हुई है। हालांकि पुलिस ने दोनों ट्रैकर्स की तबीयत बिगडऩे और उन्हें सकुशल रेस्क्यू करने की बात कही थी। राज्य के सभी हिस्सों में पिछले कुछ दिन से हो रही बारिश के बीच केदारनाथ की पहाडिय़ों पर पिछले दो दिन से बर्फ गिर रही थी। बर्फबारी के कारण रांसी से केदारनाथ के लिए चला 10 ट्रैकर्स का एक दल दो दिन से बीच में फंसा हुआ था। इनमें दो ट्रेकर्स की ठंड के कारण तबीयत बिगड़ गई। एसडीआरएफ की टीम ने दोनों को रेस्क्यू कर केदारनाथ पहुंचाया। लेकिन तब तक एक ट्रेकर की मौत हो गई थी। इस टीम के बाकी 8 सदस्य भी केदारनाथ पहुंच गये हैं।

कहां कितनी बारिश
कोटद्वार 36 मिमी
चौखुटिया 94 मिमी
काशीपुर 80 मिमी
नैनीताल 136 मिमी
बनबसा 67 मिमी
देहरादून 9 मिमी
डंगोली 97 मिमी
गैरसैंण 63 मिमी
केदारनाथ 45 मिमी
देवप्रयाग 22 मिमी
पिथौरागढ़ 73 मिमी