- पिछले 10 दिन से पानी से जूझ रहे हैं जीएमएस रोड के कई इलाके
- गैस पाइपलाइन बिछाए जाने से जगह-जगह टूटी पड़ी है पेयजल लाइनें
देहरादून (ब्यूरो): कई जगहों पर पेयजल लाइनें लीकेज हैं, जिससे पानी घरों तक नहीं पहुंच पा रहा है। प्रभावित लोगों का कहना हैथ् क लगातार शिकायत के बाद भी जल संस्थान के अधिकारी बेसुध पड़े हैं। सीएम पोर्टल पर शिकायत के बाद भी पानी की आपूर्ति ठप है। उधर, जल संस्थान के अधिकारियों का कहना है कि लीकेज ठीक करने का काम किया जा रहा है। ड्रिल मशीन से कई जगहों पर पानी की लीकेज अंडर चले गई है, जिससे लीकेज तालशने में समय लग रहा है।
क्षेत्र में गैस पाइप लाइन बिछाने का काम बना सिरदर्द
क्षेत्र में गेल गैस पाइप लाइन बिछा रही है, जिससे लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि ठेका कंपनी द्वारा मशीन से ड्रिल किए जाने पर जगह-जगह पर पेयजल लाइन फट रही है। जल संस्थान के अधिकारियों का कहना है कि कई जगहों पर मशीन से कोर करने से लीकेज भूमिगत हो गया है, जिससे लीकेज का पता नहीं चल पा रहा है।
टैंकर से नहीं हो रही पानी की डिमांड पूरी
लोगों का कहना है कि टैंकरों से सप्लाई तो की जा रही है, लेकिन उनके हिस्से एक-दो बाल्टी ही आ रही है। इतने पानी से वह क्या करेंगे। इससे एक कपड़ा भी पूरा नहीं छुलेगा। यह पानी पीने लायक तो होता नहीं है। इसलिए जल्द से जल्द लीकेज दुरुस्त करके पानी की आपूर्ति की जाए। कई जगहों पर पानी का लो प्रेशर भी समस्या बढ़ा रहा है। नीचे इलाकों में पानी थोड़ा पानी पहुंच रहा है, लेकिन समतल वाले इलाकों में पानी आ ही नहीं रहा है।
टैंकर से घर नहीं चलता है साहब, टैंकर का पानी पीने लायक नहीं होता है। 10 दिन से हम पानी के लिए तरस रहे हैं। विभाग इस समस्या के प्रति कतई संजीदा नहीं है।
अतुल गोयल, शांतिकुंज
लाइन लीकेज हो या तोड़ी गई हो। इससे हमें कोई मतलब नहीं है। हम जब पानी का बिल भर रहे हैं, तो हमें समय पर पानी मिलना चाहिए।
एसबी अग्रलवा, स्थानीय निवासी
सरकारी सिस्टम पूरी तरह चुस्त नहीं है। अधिकारी एक कान से सुनते हैं दूसरे कान से निकाल देते हैं। अफसर जनता के प्रति जवाबदेह नहीं है। इस पर त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए।
श्रेय गोयल, स्थानीय निवासी
लीकेज का काम लापरवाही से से किया जा रहा है। कई जगहों पर सड़कें खोदी गई है। यही पता नहीं है कि लीकेज कहा पर है। पानी के साथ ही लोगों को आवाजाही में भी दिक्कत हो रही है।
नेहा गुप्ता, स्थानीय निवासी
गेल की ओर से मशीन से एक मीटर नीचे तक अंडर कोर जा रहा है, जिससे पानी की लाइनें फट रही हैं। ऐसे में लीकेजों का जल्दी से पता नहीं चल पा रहा है। संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं। कल तक सभी इलाकों में पानी की आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी।
वीसी रमोला, अधीक्षण अभियंता, जल संस्थान, देहरादून