देहरादून,(ब्यूरो): गत 31 जुलाई की रात केदारघाटी में आई आपदा के 8 दिन बाद केदारनाथ यात्रा फिर शुरू हो गई है। लेकिन, अभी हेली सेवा से ही यात्रा कराई जा रही है। पहले दिन 50 यात्रियों ने हेली सेवा से धाम पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन किए। जबकि, पैदल यात्रा मार्ग से जल्द यात्रा शुरू करने के लिए भी बड़े पैमाने पर काम चल रहा है। बाकायदा, इसके लिए कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त मार्ग को दुरुस्त करने के लिए श्रमिकों की कई टुकडिय़ां काम पर जुटी हुई हैं।

आपदा से हुआ था नुकसान

31 जुलाई की रात अतिवृष्टि और भूस्खलन होने से केदारनाथ पैदल मार्ग 13 से अधिक स्थानों पर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। इससे 15 हजार से अधिक तीर्थयात्री धाम और पैदल मार्ग के कई पड़ावों पर फंस गए थे। प्रशासन ने यात्रा स्थगित करते हुए सभी तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया था। बचाव दलों ने दिन-रात काम करके ट्यूजडे तक सभी यात्रियों का रेस्क्यू कर दिया था। सीएम पुष्कर ङ्क्षसह धामी के निर्देश पर वेडनसडे से हेली सेवा के जरिये यात्रा शुरू कराने की तैयारी थी। इसके लिए किराये में 25 परसेंट की छूट देने की घोषणा भी की गई थी।

मौसम साफ होने के बाद भरी उड़ान

बदरीनाथ-केदारनाथ टेंपल कमेटी के सीईओ योगेंद्र ङ्क्षसह ने बताया कि मौसम अनुकूल नहीं होने से वेडनसडे को हेलीकॉप्टर धाम के लिए उड़ान नहीं भर पाए थे। लेकिन, थर्सडे को मौसम साफ होने के बाद हेली सेवा से यात्रा शुरू हुई। हेली से धाम में राशन व अन्य आवश्यक सामग्री भी पहुंचाई गई। इस बीच धाम में मौजूद 33 श्रद्धालुओं को भी एमआई-17 व अन्य हेलीकॉप्टर से शेरसी और चारधाम हेलीपैड लाया गया। पैदल मार्ग को दुरुस्त किया जा रहा है। गौरीकुंड से सोनप्रयाग के बीच केदारनाथ हाईवे का भी 150 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त है। सरकार की कोशिश है कि सड़क से पहले पैदल रास्ता तैयार किया जाए। जिससे क्षेत्र में पैदल आवाजाही कराई जा सके।

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