-4.78 रेटिंग के साथ गया व दून एयरपोर्ट ज्वाइंटली टॉप-थ्री में पहुंचा
देहरादून, जौलीग्रांट एयरपोर्ट के नाम एक सफलता जुड़ गई है। एयरपोर्ट ने देश के 50 डोमेस्टिक एयरपोर्ट में अपनी बेहतरीन परफॉर्मेस देकर टॉप-थ्री में अपनी पॉजिशिन बनाई है। हालांकि, ये टॉप-थ्री में दून एयरपोर्ट के साथ गया एयरपोर्ट भी शामिल हैं। इधर, पहले नंबर पर जयपुर व दूसरे नंबर पर मदुरै रहे हैं। दून एयरपोर्ट प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों में इसको लेकर खुशी की लहर है।
साल में दो बार रेटिंग
हर वर्ष दो बार एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) की ओर से डोमेस्टिक एयरपोर्ट के परफॉर्मेस को लेकर कस्टमर सैटिसफैक्शन सर्वे किया जाता है। इस बार दून एयरपोर्ट ने बाजी मारते हुए न केवल अपनी रैंकिंग में सुधार किया। बल्कि पांचवीं पोजीशन से छलांग मारते हुए नंबर तीन पर गया के साथ ज्वाइंटली पोजीशन बनाई। सभी 50 डोमेस्टिक एयरपोर्ट में नंबर वन पर जयपुर ने जगह बनाई और दूसरे नंबर पर मदुरई डोमेस्टिक एयरपोर्ट रहा है। टॉप-थ्री में आने के लिए दून एयरपोर्ट को आउट ऑफ 5 में से 4.78 रेटिंग मिली।
इन वजहों से सुधरी रैंकिंग
-पब्लिक को मिलने वाली सुविधाएं।
-कोविड-19 में एसओपी का पालन।
-वर्ष 2020-21 में पैसेंजर्स की संख्या 13.5 लाख तक पहुंची।
-एयरपोर्ट पर मेनटेन पार्किंग।
-जुलाई से दिसंबर 2020 तक हुआ सर्वे में दून एयरपोर्ट पहुंचा टॉप-थ्री
-एएआई की ओर से इंडिपेंडेंट एजेंसी के जरिए हुआ सर्वे
-सर्वे का काम लगातार एक सप्ताह तक रहा जारी
-सर्वे में पैसेंजर्स को मिलने वाली सुविधाएं भी शामिल
-सर्वे के दौरान पैसेंजर्स से लिया गया पूरा फीडबैक
सीमित संशाधनों में बनाई टॉप-थ्री में जगह
जौलीग्रांट एयरपोर्ट के डायरेक्टर डीके गौतम के अनुसार तमाम समस्याओं के बावजूद एयरपोर्ट स्टाफ की मदद से दून एयरपोर्ट टॉप-थ्री में अपना स्थान बनाने में सफल रहा। जिसको लेकर सभी अधिकारियों व कर्मचारियों में खुशी की माहौल है। बेहतर कार्य व लगातार किए जा रहे प्रयासों के बीच लगातार ये सफलता मिल रही है। इससे पहले दून एयरपोर्ट टॉप-फाइव में भी अपना स्थान बना चुका है।
एयरपोर्ट की शुरुआत नब्बे के दशक से
दून एयरपोर्ट की शुरुआत नब्बे के दशक से हुई। राज्य गठन के बाद वर्ष 2009 में पुरानी बिल्डिंग का एक्सटेंशन हुआ। इसके बाद एयरपोर्ट में यात्रियों की संख्या के साथ फ्लाइट्स की संख्या में भी इजाफा होते रहा। पैसेंजर्स की बढ़ती संख्या की वजह दून के एजुकेशन हब होने, चारधाम यात्रा होना प्रमुख वजह बताई गई है।
करीब दो दजर्न फ्लाइट्स की आवाजाही
वर्तमान में दून एयरपोर्ट से करीब 23 फ्लाइट्स की आवाजाही हुआ करती है। जबकि दून से कोलकाता, लखनऊ, जयपुर, दिल्ली, हैदराबाद, पिथौरागढ़, मुंबई, बेंगलुरु सहित कई शहरों के लिए फ्लाइट्स हैं। अब सरकार की ओर से जौलीग्रांट एयरपोर्ट को इंटरनेशनल लेवल के एक्सटेंशन की तैयारी की जा रही है। पिछले दिनों एयरपोर्ट के एक्सटेंशन को लेकर हरे पेड़ों का चिन्हीकरण हुआ तो पर्यावरण प्रेमियों ने इसका विरोध भी किया।