देहरादून, (ब्यूरो): छात्र संघ चुनाव पर हंगामा बरकरार है। दून से लेकर ऋषिकेश, विकासनगर तक छात्र संगठन आंदोलन पर उतारू हैं। मंगलवार को राजधानी दून में छात्रों का चुनाव को लेकर आंदोलन जारी रहा। डीएवी पीजी कॉलेज का छात्र हरीश जोशी मोबाइल टावर में चढ़ गया। पुलिस और प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। इस बीच छात्र नेता ने मोबाइल वाट्सएप से वीडिया मैसेज जारी किया, जिसमें कहा कि उसको कुछ हो गया तो उसके जिम्मेदार शिक्षा मंत्री और कॉलेज प्रशासन रहेगा। बहरहाल, काफी मान मनव्वल के बाद शाम को करीब छह बजे मोबाइल टावर पर चढ़े छात्र को नीचे उतारा गया। मोबाइल टावर पर चढ़ा छात्र नेता हरीश जोशी एनएसयूआई (नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया) से जुड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि वह छात्र संघ अध्यक्ष पद के लिए तैयारी भी कर रहा है।

अदालत तक पहुंचा है मामला
छात्रसंघ चुनाव पर हाईकोर्ट सख्त स्थिति स्पष्ट करने की बात कर चुका है। दरअसल, देहरादून निवासी सामाजिक कार्यकर्ता महिपाल सिंह ने न्यूज पेपर में 25 अक्तूबर को राजकीय विवि व महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव कराए जाने की खबर को आधार बनाते हुए हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी।

कुमाऊं भी हो रहे आंदोलन
दून, ऋषिकेश, हरिद्वार, विकासनगर व मसूरी ही नहीं। छात्र संघ चुनाव कराने को लेकर कुमाऊं मंडल में भी छात्र आंदोलनरत हैं। यहां तक कि कुमाऊं विवि में छात्रसंघ चुनाव कार्यक्रम घोषित करने की मांग को लेकर छात्र धरना प्रदर्शन शुरू कर चुके हैं। हल्द्वानी में सोमवार को छात्रों ने उन्हें करीब एक घंटे तक कार्यालय में बंद कर दिया। एमबीपीजी कॉलेज के छात्र पिछले दिनों चुनाव की मांग को कॉलेज की छत पर छात्र चढ़ गए थे।

ये छात्र संगठन प्रमुख
-एबीवीपी
-एनएसयूआई
-एसएफआई
-सत्यम शिवम
-आर्यन

समय पर नहीं किए चुनाव
राज्य सरकार ने 23 अप्रैल 2024 को शैक्षणिक कलेंडर जारी किया था। जिसमें कहा गया था कि छात्रसंघ चुनाव 30 सितंबर 2024 तक हो जाएंगे। लेकिन, इसके बावजूद, विवि प्रशासन ने समय पर चुनाव आयोजित नहीं किए, न ही शासन से दिशा-निर्देश प्राप्त किए। इसको लेकर हाल में शासन ने हायर एजुकेशन डायरेक्टर व 4 विवि के कुलसचिवों से एक सप्ताह के भीतर लिखित स्पष्टीकरण मांगा था।

शिक्षा मंत्री आवास का घेराव
छात्र संघ चुनाव नहीं करने के विरोध में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने यमुना कालोनी स्थित हायर एजुकेशन मिनिस्टर डा। धन सिंह रावत के आवास का घेराव किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस से तीखी झड़प हुई। छात्रों के करीब आधा घंटे हंगामा काटने के बाद पुलिस ने 24 छात्र नेताओं को हिरासत में लिया। इसके बाद उन्हें रेसकोर्स पुलिस लाइन लेकर वहां निजी मुचलके पर रिहा कर दिया। दरअसल, दोपहर करीब साढ़े 12 बजे एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष हिमांशु रावत के नेतृत्व में कार्यकर्ता बिंदाल पुल से जुलूस निकाल यमुना कालोनी पहुंचे। जिसमें छात्राएं भी शामिल रहीं। इस बीच पुलिस ने मंत्री के निवास से करीब 100 मीटर पहले ही बैरिकेटिंग लगाई थी। छात्रों के वहां पहुंचने के बाद पुलिस ने उन्हें रोक दिया। उसके बाद छात्रों की पुलिस के साथ झड़प हुई और एनएसयूआइ के कार्यकर्ता सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। हिमाशु रावत ने आरोप लगाए कि प्रदेश सरकार की नीति छात्र और शिक्षक विरोधी है। सरकार छात्र संघ चुनाव कराना ही नहीं चाहती है। इस दौरान डीएवी छात्र संघ अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल, सौरभ सेमवाल, सौरभ पोखरियाल, मयंक रावत, वैशाली, मुकेश बसेड़ा, हर्षमोहन राणा आदि मौजूद रहे।

शासन ने पहले ही 30 सितंबर तक छात्र संघ चुनाव कराने के आदेश जारी किए थे। नहीं हो पाए। अब मामला कोर्ट में है। वुधवार को फैसला आने की उम्मीद है। उसके बाद ही इस मामले पर कुछ कहा जाएगा। अगर चुनाव कराने की बात आएगी, शासन उसके लिए तैयार है।
-रंजीत के सिन्हा, सचिव, उच्च शिक्षा.

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