देहरादून, 25 जुलाई (ब्यूरो)। आपदा पीडि़तों को समय पर राहत पहुंचाना और प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आपदा के कामों में लापरवाही और गड़बड़ी पाये जाने पर सबंधित के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जायेगी। आपदा सचिव रंजीत सिन्हा व आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडेय ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय व हवाई सर्वेक्षण कर अधिकारियों को पुनर्निर्माण कार्यों में त्वरित राहत कार्य करने व कार्यों में गुणवत्ता बनाये रखने के निर्देश दिए।

बाढ से सुरक्षा के लिए जरूरी इंतजाम किए जाने के निर्देश दिए

मंडे को पुरोला आपदा प्रभावित क्षेत्रों के सर्वेक्षण पर आए गढ़वाल आयुक्त तथा सचिव आपदा प्रबंधन ने कुमोला रोड, सहित कोर्ट रोड, कमल नदी, मालगड़ के समीपवर्ती क्षेत्रों का स्थलीय सर्वेक्षण कर भूस्खलन व मलवा आने के कारण सड़कों, मकानों और दुकानों तथा अन्य परिसंपत्तियों को हुए नुकसान का स्थलीय निरीक्षण कर खतरे की जद में आये भवनों को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक उपाय किए जाने सहित भूस्खलन व बाढ से सुरक्षा के लिए जरूरी इंतजाम किए जाने के निर्देश दिए। वहीं, उन्होंने रामा सिराईं व कमल सिराईं के रतेडी, कूफारा, मठ, गुंदियाटगांव आदि क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर आपदा से क्षतिग्रस्त सड़कों, नहरों सहित अन्यपरिसंपत्तियों और कृषि भूमि, बागवानी व फसलों को हुए नुकसान का मुआयना किया।

फसलों के नुकसान का ब्यौरा तलब किया

आपदा सचिव एवं आयुक्त ने अधिकारियों के साथ तीन दिन से जारी पूर्ननिर्माण कार्यों की विभाग बार प्रगति की समीक्षा के साथ ही राजस्व विभाग से आपदा से कृषि भूमि के कटाव व मलवे से तबाह धान फसलों के नुक्सान का ब्यौरा तलब किया। इस मौके पर उन्होंने विकासखड सभागार में अधिकारियों की बैठक लेकर सभी प्रभावित क्षेत्रों में बिजली, पानी की आपूर्ति सुचारू करने और अवरुद्ध सड़कों को खोले जाने का काम प्राथमिकता से सम्पादित करने व प्रभावितों को यथाशीघ्र अनुमन्य सहायता उपलब्ध कराने की अपेक्षा की।

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