-स्मार्ट सिटी की इंटरनल रोड्स ही नहीं नेशनल हाइवे तक है कूड़ेदानों का राज
-देश-विदेश के लोग सड़कों पर फैली गंदगी से क्या संदेश लेकर जाएंगे।

देहरादून (ब्यूरो): स्वच्छता के लिए यह जरूरी है, लेकिन इन्हें व्यवस्थित ढंग से सही स्थानों पर नहीं लगाया गया है। मुख्य सड़क मार्गों पर कूड़ेदान होने से आमतौर पर शहर पर दाग-धब्बे की तरह लगते हैं। दून पर्यटन नगरी भी है। यहां देश-विदेश के सैलानी घूमने के लिए आते हैं। शहर में घुसते ही सबसे पहले कूड़ेदानों के उन्हें दर्शन हो जाते हैं। यहां से चारधाम के लिए भी देश-विदेश यात्री गुजरते हैं। ऐेसे में चिंता इस बात की हो रही है कि टूरिस्ट गंदगी के ढेर देखकर क्या संदेश लेकर जाएंगे। इस पर नगर निगम और जिला प्रशासन का कहीं कोई ध्यान नहीं है।

जोगीवाला में हाईवे पर बना है खतरा
स्मार्ट सिटी में प्रवेश करते ही हरिद्वार की ओर से आने यात्रियों को सबसे पहले जोगीवाला चौक के पास कूड़ेदान के दर्शन हो जाते हैं। हाईवे पर रखा गया ये कूड़ादान केवल शहर की छवि खराब नहीं कर रहा है, बल्कि दुर्घटना का भी कारण बना हुआ है। दरअसल हाईवे पर तेज रफ्तार से दो-तीन लेन में वाहन गुजरते हैं, ऐसे में इस कूड़ेदान से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। क्षेत्रवासियों ने बताया कि कई वाहन यहां पर दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बचे हैं।

कूड़ेदान रोक रहे ट्रैफिक की रफ्तार
रायपुर रोड पर चूना भट्टा के पास कूड़ेदान ट्रैफिक की रफ्तार रोक रहे हैं। यहां पर एक नहीं तीन-चार कूड़ेदान हैं, जिनसे रोजाना यातायात प्रभावित हो रहा है। इन कूड़ेदानों के चारों ओर कूड़ा बिखरा पड़ा रहता है। व्यापारी अंदर की बजाय कूड़ेदान के बाहर ही कूड़ा फेंक कर चले जाते हैं। केवल रायपुर ही नहीं सहारनपुर रोड, कांवली रोड, जीएमएस रोड, राजपुर रोड, हरिद्वार रोड, हरिद्वार बाइपास रोड समेत कई मुख्य मार्गों पर कूड़ेदान वाहनों की रफ्तार रोक रहे हैं।

साफ-सफाई बड़ी चुनौती
कचरा प्रबंधन और साफ-सफाई एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। स्वच्छता पर काम करने के प्रयास ढुलमुल रहे हैं और निरंतरता की आवश्यकता है। कूड़ा सुबह उठा दिया जाता है, जबकि लोग सुबह से शाम तक कूड़ा कूड़ेदानों पर डालते रहते हैं, जिससे सफाई के बाद भी कूड़ेदानों के आस-पास कचरा मुंह चिढ़ाता रहता है। कई कस्बों में अभी भी कचरे का सेग्रीगेशन नहीं हो रहा है और मिश्रित कचरा निगम द्वारा एकत्र किया जा रहा है, जिसमें कचरे की बढ़ती मात्रा और आस-पास पड़े पुराना कचरा और जानवरों को खदेडऩे वाले खुले डंप साइट्स एक आम दृश्य हैं।

डस्टबिन फ्री होगी सिटी
दून नगर निगम के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी अविनाश खन्ना ने बताया कि अगले दो-तीन माह में शहर को डस्टबिन फ्री बनाने का टारगेट बनाया है। शहर के मुख्य मार्गों से कूड़ेदान पूरी तरह से हटा दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसकी शुरुआत हो गई है। नगर निगम की टीम ने सिल्वर सिटी, आनंदम, गंगोत्री विहार, कैनाल रोड से सड़क से डस्टबिन हटा लिए हैं। इन इलाकों में कूड़े वाहन शाम को कूड़ा उठान करेंगे।

यहां से हटाए डस्टबिन
04 सिल्वर सिटी से
02 आनंदम से
02 गंगोत्री विहार से
02 कैनाल रोड से
03 ईसी रोड से

कूड़े पर एक नजर
04 मैट्रिक टन
के लगभग कूड़ा उठान होता है शहर में
12 लाख
के लगभग है शहर की आबादी
100 वार्ड
हैं दून नगर निगम मेें

यह बात सही है कि सड़क पर कई कूड़ेदान ट्रैफिक में बाधा बन रहे हैं। ऐसे कूड़ेदानों को चिन्हित करके उन्हें हटाया जा रहा है। शहर को डस्टबिन फ्री बनाने का प्रयास किया जा रहा है, इसकी शुरुआत कर दी गई है। अगले दो-तीन माह में मुख्य सड़क मार्गोंं पर डस्टबिन हटा दिए जाएंगे।
अविनाश खन्ना, मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम, देहरादून
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