-दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की पड़ताल में नजर आई चौंकाने वाली तस्वीरें
- न सोशल डिस्टेंसिंग, न नियम कानूनों की परवाह, कमाई के फेर में सब गोलमाल
देहरादून, कोरोना कंट्रोल की कोशिशें जारी हैं। बावजूद इसके तमाम गाइडलाइन सिटी में सरकार की गाइडलाइन की मानो मखौल उड़ाया जा रहा है। न पब्लिक अवेयर नजर आ रही है और न रेस्टारेंट्स व ढाबे नियम कानूनों का पालन करते दिख रहे हैं। मंडे को दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने सिटी के कुछ ढाबों व रेस्टोरेंट का जायजा लिया। इस दौरान चौंकाने वाले तस्वीरें नजर आई। रेस्टारेंट्स में न सोशल डिस्टेंसिंग दिख रही है और न कारीगर मास्क पहने दिख रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारियों ने इसको सरासर लापरवाही बताते हुए कार्रवाई का दावा किया है। इसी का खुलायसा करती एक रिपोर्ट
प्रशासनिक अधिकारी भी कंफ्यूज
अनलॉक 1.0 शुरू होने के बाद होटल व रेस्टारेंट को खोलने की अनुमति दी गई है। लेकिन जारी एसओपी में ये भी स्पष्ट किया गया है नगर निगम क्षेत्र में होटल, रेस्टारेंट्स तो खुल सकते हैं, इसके लिए जारी एसओपी के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखना होगा। मंडे को जब दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की टीम नगर निगम क्षेत्र के तहत तमाम इलाकों में बतौर कस्टमर्स पहुंची तो तस्वीर कुछ और ही नजर आई। मिड सिटी क्षेत्र में संचालित रेस्टोरेंट्स में सोशल डिस्टेंसिंग कहीं नजर नहीं आई। कहने के लिए इन रेस्टारेंट्स में पुलिस के दिशा-निर्देश के बैनर तो दिखे, लेकिन रेस्टारेंट के अंदर कस्टमर्स को बेखौफ बिठाकर उन्हें सेवाएं मुहैया कराई जा रही थी। स्पेशली चाइनीज फूड आइटम तैयार करने वाले रेस्टारेंट्स में ऐसा सबसे ज्यादा नजारा देखने को मिला। देखने पर यहां सोशल डिस्टेंसिंग तो बिल्कुल भी नहीं दिखा। यहां चाइनीज व अन्य फूड तैयार करने वाले कारीगरों के साथ ही सर्व करने वाले कर्मचारियों तक न मास्क तक नहीं पहना था। हालांकि कुछ रेस्टारेंट्स ने नियम कानूनों का हवाला देते हुए रेस्टोरेंट्स में बैठने पर मनाही कर दी। इस बारे में खुद जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि अगर एसओपी के नियमों का पालन नहीं हो रहा तो उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। एडीएम प्रशासन अरविंद पांडे ने भी इसको गलत करार दिया है। वहीं एसडीएम सदर ने बताया कि ढाबों के संचालन व कस्टमर्स को बिठाकर फैसिलिटी मुहैया कराने को लेकर कंफ्यूजन बना हुआ है।
सीन टू::
12.30 बजे दोपहर।
धामावाला स्थित एक रेस्टोरेंट।
रिपोर्टर-बैठने की अनुमति है।
रेस्टारेंट संचालक-सॉरी, जब तक सरकार परमिशन नहीं देगी, संभव नहीं।
सीन वन::
दोपहर 1.00 बजे।
तहसील स्थित रेस्टारेंट।
रेस्टोरेंट में लगातार कस्टमर्स की आवाजाही। चेयर्स भी मौजूद थीं। लेकिन न सेनेटाइजर का इंतजाम, न कर्मचारियों के पास मास्क और ग्लव्स। सोशल डिस्टेंसिंग का तो पूरी तरह मखौल। बगल में ही पुलिस पिकेट भी।
ऐसा ही नजारा दून हॉस्पिटल के पास
कोविड-19 हॉस्पिटल के पास एक रेस्टोरेंट। यहां तो कस्टमर्स की ओर से ऑर्डर पर ऑर्डर मिल रहे थे। यहां भी कर्मचारियों के पास न मास्क व ग्लव्स।
बेकरी में बैठने की अनुमति नहीं, लेकिन खरीदारों की भीड़
दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की टीम सिटी के कुछ बेकरीज तक पहुंची। यहां बैठने की परमिशन तो नहीं थी, लेकिन काउंटर पर कस्टमर्स में यहां सोशल डिस्टेंसिंग की कोई कद्र ही नहीं थी।
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एसओपी के तहत सभी को नियमों का पालन करना जरूरी है। अगर नियमों का पालन न करते हुए कोई रेस्टोरेंट संचालक अपने यहां पर लोगों बिठाकर फैसिलिटीज दे रहा है तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
रिधिम अग्रवाल, एसीईओ यूएसडीएमए