- सीएम धामी ने स्टेट के पहलीे हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र का किया शुभारंभ
देहरादून (ब्यूरो): सीएम ने फ्राइडे को गढ़ी कैंट के नींबूवाला स्थित संस्कृति विभाग की ओर से तैयार हिमालयन सांस्कृतिक सेंटर के साथ चार दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव निनाद कार्यक्रम की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने यहां शुरू हुए चार दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव निनाद में तमाम प्रदेशों की प्रस्तुतियां भी करीब से देखी। कहा, नई तकनीक से लैस सांस्कृतिक केंद्र में उत्तराखंड की पारंपरिक कला, साहित्य, मूर्ति कलाओं का संरक्षण किया गया है।
सांस्कृतिक विरासत संवरेगी
सीएम ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने देश के साथ विदेश में रहने वाले भारतीयों के मन में भी हमारी सनातन संस्कृति के लिए अलख जगाने का काम किया है। कहा, केंद्र सरकार एक भारत-श्रेष्ठ भारत अभियान को आगे बढ़ा रही है। देश ने कठिन परिस्थितियों में भी जी-20 की अध्यक्षता की। इस दौरान सीएम ने हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र में स्थापित म्यूजियम, ऑडिटोरियम, लाइब्रेरी व नाट््यशाला का अवलोकन कर परंपरागत ढोल वादन कर लोकवाद्यों का सम्मान बढ़ाया। कहा, म्यूजियम में कलाकृति व मूर्तिकला संग्रहित हैं। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि हिमालयन सांस्कृतिक सेंटर के बनने से हमारी सांस्कृतिक विरासत संवरेगी।
सीएम बोले
-पारंपरिक व समकालीन कला को भी संग्रहालय में प्रदर्शित करने का प्रयास
-फिल्मजगत से जुड़े राज्यवासियों से अपनी संस्कृति परिवेश व पूर्वजों के दिए संस्कार से जुड़े रहने की अपील
-उत्तराखंड को श्रेष्ठ बनाने के लिए अपने विकल्प रहित संकल्प को लेकर बढ़ाना है आगे
विहु नृत्य व घूमर फाग ने मन मोहा
निनाद उत्सव में 6 स्टेट के कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी। उत्तराखंड के कलाकारों ने गढ़वाली-कुमाऊंनी लोक नृत्यों की प्रस्तुतियां दी। सुमंतो दास और प्रतिभा दास की टीम ने बाउल, विहू नृत्य, सुरमनाथ की टीम ने राजस्थानी नृत्य, हरियाणा की गुलाब एंड पार्टी ने घूमर फाग की प्रस्तुति देकर खूब वाहवाही लूटी।
फिल्मी सितारों को सम्मान
निनाद उत्सव में संस्कृति एवं सिनेमा पर व्याख्यान माला कार्यक्रम में पहुंचे सीएम ने सिनेमेटोग्राफर कमलजीत नेगी व करन थपलियाल, अभिनेता चंदन बिष्ट, फिल्म निर्माता संतोष रावत, मुकुंद नारायण, अभिनेत्री रूप दुर्गापाल, ङ्क्षसगर शिखा जोशी को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।
-बसंती बिष्ट के जागरों से निनाद का आगाज
-गायक नरेंद्र ङ्क्षसह नेगी, पद्मश्री डा। प्रीतम भरतवाण समेत कई रहे मौजूद।
-अल्मोड़ा के कलाकारों ने छोलिया नृत्य, कुमाऊंनी सांस्कृति दल ने चांचरी व छपेली की दी प्रस्तुति
-जौनसारी व गोरखाली नृत्य की भी हुई शानदार प्रस्तुतियां
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