देहरादून ब्यूरो। आरोपियों ने प्रशान्त यादव नामक व्यक्ति से संपर्क कर उन्हें केदारनाथ यात्रा के लिए हेली सेवा उपलब्ध करवाने के नाम पर 1,18,000 रुपये की थी। एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस ने घटना में इस्तेमाल किये गये मोबाइल नम्बर और बैंक अकाउंट की जानकारी हासिल की तो पता चला कि आरोपियों का संबंध बिहार से है। एसटीएफ की टीम बिहार पहुंचकर धनबिगहा से एक आरोपी सेन्टी कुमार उर्फ विकास कुमार और मास्टर माइंड निक्कू को 20 मई को गिरफ्तार किया। मामले का मास्टर माउंड निक्कू बिहार पुलिस की कस्टडी में था, जिसे एसटीएफ वारंट पर देहरादून लेकर आई है।
बिहार पुलिस की कस्टडी में था
एसटीएफ के अनुसार निक्कु कुमार गांव धनबिगहा, जिला नवादा बिहार का रहने वाला है। वह नावादा के थाना वारिसलीगंज में किसी अन्य मामले में वांछित था। जिस कारण उसे बिहार पुलिस की कस्टडी में रखा गया था। अब उसे वारंट पर तलब किया गया है।
फर्जी साइट से करते थे खेल
एसटीएफ के एसएसपी के अनुसार आरोपियों ने ठगी के लिए फर्जी साइट तैयार करके कुछ मोबाइल नंबर गूगल पर डाले थे। यदि कोई व्यक्ति केदारनाथ हेली सेवा के लिए नंबर सर्च करता तो उनका नंबर उन्हें मिल जाता। इस नंबर पर कोई व्यक्ति फोन करता तो वे उसे घेर लेते। ऐसे लोगों को इंटरनेट कॉलिंग के माध्यम से कॉल करके रेट लिस्ट के आधार पर हेलीकॉप्टर सेवा बुक किये जाने का झांसा दिया जाता था। गिरोह के सदस्य झांसे में आये व्यक्ति से अमाउंट विभिन्न खातों और वॉलेट में जमा करवाते थे। इस अमाउंट को एटीएम के माध्यमों से निकाला जाता था।
वैष्णो देवी नाम पर भी हुई थी ठगी
इससे पहले वैष्णो देवी हेलीकॉप्टर सेवा देने के नाम पर साइबर ठगी की गई थी। आरोपियों ने फर्जी साइट तैयार कर पवन हंस हेलीकॉप्टर सेवा बुक कराने के नाम पर धोखाधड़ी की थी। उन्हें नालंदा बिहार से गिरफ्तार किया गया था। एसटीएफ के अनुसार हाल के महीनों में साइबर क्राइम की कई घटनाएं नवादा बिहार से जुड़ी रही हैं। इससे लगता है कि इस क्षेत्र में साइबर क्राइम तेजी से फल-फूल रहा है।