देहरादून (ब्यूरो)। बीते रविवार रात से हेमकुंड में बर्फबारी शुरू हो गई थी जो दिनभर रुक-रुककर जारी रही। सोमवार तक यहां छह इंच से अधिक मोटी बर्फ की परत जम चुकी थी। बर्फबारी व बारिश के चलते प्रशासन ने घांघरिया व गोङ्क्षवदघाट में ही यात्रियों को रोका है। गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा ङ्क्षसह ने बताया कि बुजुर्ग बच्चों को छोड़ 300 तीर्थ यात्री हेमकुंड में माथा टेक कर आए हैं। उन्होंने कहा कि गोङ्क्षवदघाट व घांघरिया में 7500 से अधिक यात्री सुरक्षित स्थानों में ठहरे हैं। उन्होंने कहा कि आज मंगलवार को मौसम की स्थिति को देखकर यात्रियों को हेमकुंड भेजा जाएगा।

रास्ता हुआ बंद

बामणधौड़ व द्वारीपेरा में भूस्खलन होने से फूलों की घाटी का रास्ता बंद हो गया है। फूलों की घाटी प्रशासन रास्ता निर्माण करने में जुटा है। मौसम को देखते हुए सोमवार को पर्यटकों को फूलों की घाटी नहीं भेजा गया। फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क के रेंजर बृजमोहन भारती ने बताया कि मंगलवार को घाटी के लिए पर्यटकों को रवाना किया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त रास्ता निर्माण का कार्य चल रहा है।

बारिश के चलते यात्रियों को गोङ्क्षवदघाट से हेमकुंड जाने के लिए रोका गया है। यात्री घांघरिया व गोङ्क्षवदघाट में सुरक्षित स्थानों पर ठहरे हैं। मंगलवार को मौसम की स्थिति के बाद हेमकुंड व फूलों की घाटी यात्रा को लेकर निर्णय लिया जाएगा।

हिमांशु खुराना, डीएम चमोली