देहरादून, ब्यूरो:
प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डॉ। आर राजेश कुमार ने ट्यूजडे को सभी जिलों को इस बाबत पत्र भेजा। कहा कि यह एक संक्रामक बीमारी है और सावधानी न बरतने पर यह बढ़ सकती है। ऐसे में इस बीमारी के लक्षण दिखने पर बच्चों को आइसोलेशन में रखा जाए। जिससे दूसरे बच्चे को सक्रंमित होने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि इस बीमारी का संक्रमण छींकने, खांसने और लार की वजह से फैलता है। ऐसे में संक्रमित बच्चों को मास्क पहनाने के साथ ही एहतियाती कदम उठाए जाएं।

इन बातों का रखें ध्यान
अगर किसी बच्चे को यह लक्षण आएं तो तुरंत डाक्टर को दिखाएं।
बच्चे को स्कूल या ट्यूशन आदि जगह न भेजें।
बच्चों को तरल पदार्थ, फलों का सेवन कराएं।
बार-बार हाथ धोएं और मास्क लगाकर रखें।
किसी बच्चे को यह दिक्कत होती है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाकर बच्चे को घर में क्वारंटाइन कर लें।

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हैंड, फुट, माउथ डिजीज एक सामान्य बीमारी है और सावधानी रखने पर इससे बचाव हो सकता है। ऐसे में इस संदर्भ में सभी को जागरूक करने और हॉस्पिटल में बीमार बच्चों के इलाज की सुविधा तैयार रखने की जरूरत है।
डॉ। आर राजेश कुमार, प्रभारी सचिव एनएचएम