-स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य मंत्री को भेजा पत्र, जीजीआईसी भवन में परमानेंट सेंटर बनाने की मांग
देहरादून, 30 मार्च (ब्यूरो)।
स्थानीय लोगों के आरोप हैं कि मेयर व स्थानीय पार्षद की हठधर्मिता के कारण स्वास्थ्य केंद्र की मामला लंबे समय से चर्चा का विषय बना हुआ है। यही कारण है कि केंद्र पेड़ के नीचे संचालित हो रहा है। इलाकेवासियों ने फिर से मांग दोहराई है कि स्वास्थ्य उपकेंद्र के लिए स्थायी स्थान दिलाया जाए। जिससे वहां के लोगों को केंद्र से सुविधाओं का लाभ मिल सके। इस बावत वार्ड के लोगों ने हस्ताक्षर युक्त पत्र स्वास्थ्य मंत्री को भी प्रेषित किया है। सोशल एक्टिविस्ट विनोद जोशी ने बताया कि कौलागढ़ वार्ड में करीब 50 से अधिक वर्षों से एक स्वास्थ्य केंद्र संचालित हो रहा है। 2017 तक यह स्वास्थ्य उपकेंद्र वार्ड के पंचायत घर से संचालित होता था। लेकिन, वर्ष 2017 में नगर निगम की ओर से जिर्णोद्धार के नाम पर इसको खाली करा दिया गया। जीर्णोद्धार का काम पूरा होने के बाद पार्षद द्वारा स्वास्थ्य केंद्र को पंचायत घर में स्थान नहीं दिया जा रहा है। जबकि, स्थानीय लोग इस बावत लगातार डिमांड कर रहे हैं।
जिला प्रशासन को भी पहले भेजा गया पत्र
लोगों का कहना है कि स्थाई स्वास्थ्य उपकेंद्र न होने के कारा सेंटर एक छोटे से टूटे-फूटै कमरे से संचालित होने को मजबूर है। जिसमें बैठने की सुविधा तो दूर खड़े होने तक की जगह नहीं है। ऐसे में मजबूर होकर सेंटर में तैनात एएनएम पेड़ के नीचे बैठकर वैक्सीनेशन का कार्य करने के लिए मजबूर हैं। फिलहाल, वार्ड के निवासियों की ओर से स्वास्थ्य मंत्री से स्वास्थ्य उपकेंद्र के लिए परमानेंट स्थान दिलाने का आग्रह किया गया है। कहा है कि स्वास्थ्य उप केंद्र के पास में ही जीजीआईसी इंटर कॉलेज संचालित होता था, जो कि अब चूना भट्टा में बने नए भवन से संचालित होने लगा है। अब पुराना भवन खाली है। ऐसे में जीजीआईसी के पुराने भवन पर स्थाई स्वास्थ्य उपकेंद्र बनाया जा सकता है। इसका लाभ आसपास के नौनिहालों को वैक्सीनेशन के लिए मिल सकेगा। लोगों का कहना है कि इस बावत डीएम से भी इस समस्या के बारे में जानकारी दी जा चुकी है।