देहरादून (ब्यूरो) एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने बताया कि हरेला पर्व के तहत पूरे बरसाती सीजन में शहर के अलग-अलग हिस्सों में एक लाख छायादार, फलदार और अन्य प्रजाति के पौधे रोपे जाएंगे। ईस्ट कैनाल रोड के दोनों ओर जहां जामुन के पौधों का रोपण किया जाएगा वहीं अन्य सड़कों के किनारे आम, लीची के साथ ही जामुन आदि प्रजाति के पौधे रोपे जा रहे हैं। 16 जुलाई को हरेला पर्व पर शुरू किए गए पौधरोपण के तहत एक माह में 80 हजार से अधिक पौधों का रोपण किया जा चुका है।

पौधों की परवरिश का भी जिम्मा
इस बार नई पहल शुरू करते हुए दून के बिल्डर्स को शहर की अलग-अलग रोड का जिम्मा सौंपा गया है। बिल्डर्स गोद ली हुई रोड पर पेड़ लगाकर उनकी एक साल तक परवरिश की जिम्मेदारी लेंगे। पौधों की नियमित देखभाल की जा रही है। एमडीडीए पहली बार बड़े स्तर पर फलदार पौधे रोप रहा है। पौधों का रोपण आईटी पार्क के पास स्थित पंचायती राज निदेशालय की जमीन के अलावा हरिद्वार रोड, ईसीरोड, मोथरोवाला रोड, टीएचडीसी रोड, दून यूनिवर्सिटी रोड समेत अन्य सड़कों पर किया जा रहा है।

16 जोन में चल रहा पौधरोपण
पौधरोपण के लिए शहर को 16 जोन में बांटा गया है प्रत्येक जोन में संबंधित क्षेत्र के सहायक अभियंताओं को सेंटर इंचार्ज बनाया गया है। इन सभी जोन में सेंटर इंचार्ज को 30 हजार पौधे रोपने की व्यवस्था कराएंगे। इस तरह से नर्सरी से खरीदे जाने वाले पौधों को मिलाकर एमडीडीए एक लाख पौधे रोपने जा रहा है।

बिल्डर-कॉलोनाइजर ने ली सड़कें गोद
एमडीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि इस बार जहां जरूरत हो वहां पांच से 10 फीट तक के बड़े पौधे भी रोपे जा रहे हैं। इस बार एमडीडीए उपाध्यक्ष की पहल पर बिल्डर और कॉलोनाइजर ने पौधरोपण और शहर के तमाम सड़कों को पौधारोपण के लिए गोद ले चुके हैं।

हरित दून की ओर बढ़ रहा दून
राजधानी दून को हरित दून के नाम से जाना जाता है, लेकिन शहर से हरियाली पूरी तरह से गायब हो गई है। यदि एमडीडीए ने हरियाली लौटने की योजना बनाई है। यदि योजना परवान चढ़ी, तो कंक्रीट के जंगल में तब्दील हरित दून का सपना साकार हो सकता है।

पौधों के संरक्षण को भी बनाया प्लान
पेड़ लगाने के साथ ही पेड़ों का संरक्षण भी जरूरी है। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए एमडीडीए ने दून शहर को उसकी खोई हुई हरियाली लौटाने पर काम शुरू किया है, जिससे बढ़ते तापमान में भी कमी लाई जा सके। इसमें छायादार और फलदार पौधों पर विशेष बल दिया जा रहा है। विभिन्न आवासीय समितियों और संगठनों को भी अभियान से जोड़ा जा रहा है।

वीसी ने किया इंस्पेक्शन
ट्यूजडे को उपाध्यक्ष बंशीवार तिवारी ने शहर के विभिन्न स्थनों पर रोपे गए पौधों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने उद्यान विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द सभी कार्य पूरे करने के निर्देश दिए। वीसी ने सबसे पहले हरिद्वार बाईपास रोड पर डिवाइडर पर रोपे गए पौधों का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने जौलीग्रांट एयरपोर्ट के पास पौधरोपण की पड़ताल की। उन्होंने उद्यान विभाग को अधिक से अधिक फलदार पौधे रोपे जाने के साथ ही समय पर कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।

हरियाली का दायरा बढ़ाने के लिए अलग-अलग योजनाएं शुरू की जा रही हैं। शहर भर में एक लाख फलदार पौधों का रोपण किया जाएगा। पहली बार प्राधिकरण ठेकेदारों के साथ ही बिल्डर भी सड़कों को गोद लेकर पौधरोपण कर एक साल तक पौधों का संरक्षण करेंगे।
बंशीधर तिवारी, वीसी, एमडीडीए

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