- पिटकुल बना रहा दून समेत कई जगहों पर नए सब स्टेशन और ट्रांसमिशन लाइनें
- निर्माण कार्यों के अवार्ड होने से पहले एडीबी की स्टपेशल टीम ने की डीप स्टडी
देहरादून (ब्यूरो): ये सभी सब स्टेशन हाई टैक्नॉलाजी के जीपीएस सिस्टम के तहत तैयार होंगे। सब स्टेशनों के निर्माण से लाइन लॉस ही कम नहीं होगा, बल्कि उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली मुहैया हो सकेगी। विद्युत व्यवस्था को दुरूस्त करने में ये सब स्टेशन अहम भूमिका निभाएंगे। इनके निर्माण को दो फेज में रखा गया है। पहले फेज के काम 2025 तक और सेकेंड फेज के काम 2027 तक पूरे होंगे। लक्ष्य रखा गया कि हर हाल में निर्माण कार्य समय पर पूरे होंगे।
जीपीएस टेक्नॉलाजी होगी इस्तेमाल
स्पेश बेस्ड सेटेलाइट नेविगेशन सिस्टम प्रणाली (जीपीएस) टेक्नॉलाजी पर नए सब स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा। ये सब स्टेशन ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) प्रणाली से मौसम की स्थिति के अनुरूप सब स्टेशन काम करेगा। इन सब स्टेशनों का किसी भी मौसम और परिस्तिथि में उपयोग किया जा सकेगा। यहां लगे उपकरण ऑटोमैटिक मोड में काम करेगे, जिससे आंधी-तूफान में ज्यादा नुकसान नहीं होगा।
पहले फेज में बनेगी ये जीपीएस परियोजनाएं
- 220,33 केवी सब स्टेशन सेलाहुई, देहरादून
- 132, 33 केवी सब स्टेशन देहरादून, नैनीताल, यूएसनगर, चंपावत
- 220,132,33 केवी मंगलौर, हरिद्वार, लीलो
- 220 केवी रुड़की और मंगलौर
फेज दो की परियोजनाएं
- 400,220 केवी उपकेंद्र लंढौरा हरिद्वार
- 132 केवी उपकेंद्र सरवनखेरा, लीलो यूएसनगर
- 400 केवी काशीपुर-पुहाना ट्रांसमिशन लाइन
- 400 केवी सब स्टेशन लंढौरा
- 220 केवी मगलौर-नारा लाइन
- 400,220, 132 केवी सब स्टेशन लंढौरा
स्पेशलिस्ट टीम ने की डीप स्टडी
पिटकुल द्वारा हाई टेक्नॉलाजी के विद्युत सब स्टेशन और ट्रांसमिशन लाइनों के निर्माण का बजट एडीबी की ओर से फंडिंग किया जा रहा है, जबकि बाकी पैसा केंद्र और राज्य सरकार वहन करेगी। निर्माण कार्यों के शुरू होने से पहले एडीबी की विषय विशेषज्ञ सिमिति की टीम देहरादून पहुंची। टीम ने इन परियोजनाओं के के टेंडरिंग दस्तावेजों के साथ ही परियोजनाओं से सामाजिक एवं पर्यावरणीय विषयों पर पडऩे वाले प्रभाव आदि की डीप स्टडी कर विष्लेषण कर रही है।
परियोजनाओं के ऋण को लेकर मंथन
पिटकुल के प्रबंध निदेशक पीसी ध्यानी ने बताया कि पिटकुल मुख्यालय में आयोजित बैठक में एडीबी की विशेष समिति ने नई शुरू होने वाली परियोजनाओं की सभी बारीकियों की पड़ताल की। उन्होंने समिति को अवगत कराया कि पहले फेज मे होने वाले निर्माण कार्य जून से पहले आवंटित कर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि एडीबी से प्राप्त ऋण पर 52 प्रतिशत अनुमदान निधि का लाभ प्रदेश के उपभोक्तओं को मिलेगा।
ये होगा सुधार
- ट्रांसमिशन सिस्टम होगा सुदृढ़
- लाइन लॉस में आएगी कमी
- प्रदेश के उपभोक्ताओं को मिलेगा लाभ
- 2025 तक विकास में अहम योगदान
- हर मौसम में सुलभ होगी निर्बाध बिजली
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पिटकुल प्रदेश के विकास में हर संभव कार्य करने में जुटा है। निगम की ओर से शुरू की जानी वाली परियोजनाओं की प्रक्रियाएं तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है। नई परियोजनाओं से प्रदेश का ट्रांसमिशन पावर सिस्टम काफी मजबूत होगा। इसका सीधा लाभ बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगा।
पीसी ध्यानी, एमडी, पिटकुल