DEHRADUN: इंडियन मिलिट्री एकेडमी (आईएमए) में 44 वें रेग्यूलर कोर्स के पूर्व सैनिक 50 साल बाद आईएमए में आयोजित गोल्डन जुबली प्रोग्राम में पहुंचे। आईएमए के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल एसके झा ने सभी वेलकम किया। प्रोग्राम में देश के अलग-अलग क्षेत्रों से 181 सदस्यों ने पार्टिसिपेट किया। इनमें सितंबर 2006 से अगस्त 2009 तक नेपाल सेना के सेनाध्यक्ष रहे जनरल के रुक्मंगुद क्षेत्री, लेफ्टिनेंट जनरल एके नंदा, मेजर जनरल आरएस जम्वाल शामिल रहे।
एनजीओ के साथ मिलकर समाज सेवा
आईएमए के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल एसके झा ने बताया कि 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध, कारगिल वॉर, जम्मू-कश्मीर और एनई इंडिया में आतंकवाद रोधी ऑपरेशन चलाया गया। 1971 के युद्ध में इस बैच के 2 लेफ्टिनेंट सहित 16 अधिकारी विभिन्न अभियानों में शहीद हुए। इस कोर्स के 18 अधिकारियों को वीरता पुरस्कार प्राप्त हुए हैं, जिनमें 4 वीर चक्र, 3 शौर्य चक्र और 11 एसआर मेडल शामिल हैं। इस बैच में से 30 जनरल, 48 ब्रिगेडियर, 122 कर्नल और 152 लेफ्टिनेंट कर्नल के चुनिंदा रैंकों तक पहुंचे हैं। इस बैच के सदस्य रिटायरमेंट के बाद काम कर रहे हैं। टीवी डिबेट्स में सक्रिय भाग लेते हैं। इस बैच के कई अफसर सेमिनार, बुक राइटिंग, आईटी उद्योग में काम करने के साथ ही विभिन्न एनजीओ के साथ मिलकर सामाज सेवा कर रहे हैं।