मुनिकीरेती स्थित गंगा रिजोर्ट अतिथि गृह के एक कमरे में अचानक लगी आग
आग के दबाव के कारण कमरे के शीशे भी टूट गए। बाल-बाल बचे पर्यटक
ऋषिकेश :
गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) के मुनिकीरेती स्थित गंगा रिजोर्ट अतिथि गृह के एक कमरे में अचानक आग लग गई। हादसे के वक्त कमरे के भीतर दो बच्चों सहित चार पर्यटक रुके थे। किसी तरह से चारों पर्यटकों ने स्वयं को सुरक्षित बाहर निकाला। कमरा पूरी तरह से जल गया। दुर्घटना का कारण एसी के भीतर खराबी होना बताया जा रहा है।
कमरे में भरा धुआं
रविवार की अल सुबह करीब तीन बजे अचानक कमरे में जब धुआं भर गया तो कमरे में परिवार सहित सो रह रहे रोहिणी दिल्ली निवासी तनुज चौधरी जाग गए। उन्होंने तुरंत अतिथि गृह के कर्मचारी को सूचना दी। जिसके बाद कमरे में ठहरे सभी लोग सुरक्षित बाहर आ गए। इसके बाद कमरे के भीतर आग तेजी के साथ फैल गई। यह कमरा गंगा लाइन में स्थित है। आग के दबाव के कारण कमरे के शीशे भी टूट गए। आग से बाल-बाल बचे परिवार के सदस्यों का कहना है कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद सुबह सात बजे तक कोई जिम्मेदार अधिकारी यहां नहीं पहुंचा। उनका यह भी आरोप है कि अतिथि गृह में फायर अलार्म सिस्टम भी काम नहीं कर रहा है।
एसी में आई गड़बड़ी
प्रबंधक आरपी ढौंडियाल के मुताबिक अतिथि गृह के भीतर अपना फायर कंट्रोल सिस्टम है, जिसके जरिए आग पर काबू पा लिया गया। कमरे के भीतर सामान क्षतिग्रस्त हुआ है जबकि पर्यटक सहित उनके सामान को सुरक्षित निकाल लिया गया। उन्होंने बताया कि हादसा एसी में हाई गड़बड़ी के कारण हुआ है। गढ़वाल मंडल विकास निगम का गंगा रिजोर्ट ऐसा आधुनिक अतिथि गृह है जो उत्कृष्ट पर्यटक आवास गृह के रूप में पहचान रखता है। प्रत्येक वर्ष यहां अंतरराष्ट्रीय योग सप्ताह का आयोजन किया जाता है। ऐसे अतिथि गृह के एसी में खराबी के कारण आग लगने की घटना ने यहां की व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।