देहरादून, (ब्यूरो): हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्विद्यालय उप कार्यालय का भवन जीर्णशीर्ण अवस्था में पहुंच चुका हैं। यह गिरासू भवन कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि का प्रतिनिधिमण्डल डेढ़ माह पूर्व मौका मुआयना कर जर्जर भवन को गिराने की संस्तुति कर चुका है। इंजीनियर्स भी इस भवन की मरम्मत कार्य की सम्भावना से इनकार कर चुके हैं। कहीं हीलाहवाली या लेटलतीफी बड़ी जानमाल की हानि का कारण बन सकती है।

यह भवन श्री दरबार साहिब, एसजीआरआर एजुकेशन मिशन भूमि पर संचालित इस गिरासू भवन की हालत जर्जर है। भवन के पास श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल का उपकेन्द्र भी संचालित है। इसके अलावा एसजीआरआर पब्लिक स्कूल भी संचालित है। उपकेन्द्र में आने वाले मरीज और स्कूली बच्चे व आसपास रहने वाले आमजन भी इस जीर्णशीर्ण भवन में चले जाते हैं। यह गिरासू भवन किसी भी बड़ी दुर्घटना का सबब बन सकता है।

कई जगह हो चुकी टूट -फूट

इस उप केन्द में आठ दस आलमारियां और कुछ कागजात रखे हैं। गिरासू भवन की जर्जरता के कारण इन आलमारियों को पहले कमरे से निकालकर बरामदे में रख दिया गया। पानी की सिपेज के कारण को बरामदा भी टूट गया है। मिशन की ओर से पूर्व में कार्यरत एक चपरासी इस गिरासू भवन के छत का एक हिस्सा टूटने से चोट लग गई थी। जिसके कारण उसने नौकरी छोड़ दी। एसजीआरआर एजुकेशन मिशन प्रबन्धन ने विवि के जिम्मेदार अधिकारियों से अपील की है कि वेे इस मामले पर तत्काल संज्ञान लें।

एसजीआरआर एजुकेशन मिशन हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्विद्यालय के अधिकारियों से यह अपील की है। वे इस अति संवेदनशील मामले का तत्काल संज्ञान लें। लेटलतीफी या हीलाहवाली किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।

भूपेन्द्र रतूड़ी, मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी एसजीआरआर

dehradun@inext.co.in