देहरादून ब्यूरो। बीती 7 अक्टूबर को बिजनौर निवासी लोकेन्द्र ने थाना डोईवाला में शिकायत दर्ज करवाई थी। उनका कहना था कि वे किसी काम से बिजनौर से देहरादून जा रहे थे। रात को वे हरिद्वार में बस का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान दिल्ली नंबर की एक कार उनके सामने आकर रुकी। कार वाले ने उन्हें बस के किराये में देहरादून पहुंचाने का ऑफर दिया। कार में देहरादून की एक और सवारी भी बैठी थी। वे भी कार में बैठ गये। ताल तप्पड़ के कुछ आगे पहुंचने पर ड्राइवर ने कार कच्चे रास्ते पर उतार ली। जबकि उन्होंने विरोध किया तो ड्राइवर ने कहा कि गांव से उसे कुछ सामान लेना है। कुछ आगे जाकर ड्राइवर ने कार रोक ली। इसी दौरान उनके साथ पीछे सवारी बनकर बैठे व्यक्ति ने उनकी कनपटी पर पिस्तौल जैसे हथियार से उनकेे सिर पर चोट मार दी। बदमाशों ने उनकी जेब से 600 रुपये और एटीएम कार्ड निकाल लिया। उनका मोबाईल और बैग भी छीन लिया। और उन्हें एकांत में छोडकर भाग गये। लोकेन्द्र कुमार किसी तहर सड़क तक आये और लिफ्ट लेकर देहरादून पहुंचे।

युवती से भी लूटपाट
थाना रानीपोखरी क्षेत्र में भी इसी रात काम से लौट रही एक युवती का लिफ्ट देने के बहाने लूट लिया गया। भट्ट नगरी रानीपोखरी निवासी बबीता पंवार थाना रानीपोखरी में शिकायत दर्ज करवाई। बबीता पंवार एक प्राइवेट कम्पनी से काम के बाद घर लौटने के लिए भानियावाला तिराहे पर गाड़ी का इंतजार कर रही थी। दिल्ली नंबर की एक कार में बैठे एक ड्राइवर और एक सवारी ने रानीपोखरी के लिए लिफ्ट देने के बहाने रास्ते में पिस्टल निकालकर उनके सिर पर चोट मार दी। इसके बाद दोनों ने उन्हें डरा-धमकाकर मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड और 150 रुपये छीन लिये। बचाव के लिए बबीता ने अपने साथ पीछे सवारी बनकर बैठे बदमाश के हाथ में दांत से काटा और किसी तरह छूटकर अपने घर लौटकर पहुंची।

बदमाश चढ़े पुलिस के हत्थे
एक ही रात आसपास के इलाकों में एक ही तरह से हुई इन घटनाओं का खुलासा करने के लिए थाना डोईवाला और रानीपोखरी की 4 टीमों का गठन किया गया। टीमों को अलग-अलग टास्क देकर जरूरी दिशा निर्देश दिये गये। चारों टीमों ने तेजी से काम करते हुए एक दिन बाद ही यानी सैटरडे को दो लोगों को दबोच लिया। बदमाशसें की पहचान मनीष रावत निवासी लोअर तुनवाला रामपुर रोड थाना डोईवाला, उम्र- 25 वर्ष मूल निवास ग्राम चोपडाकोट, थाना थलीसैण पौडी गढवाल और इन्द्रजीत सिंह बाजवा पुत्र गुरदीप सिह बाजवा निवासी एकता विहार कालोनी मोहकमपुर, मूल निवासी हरगोविन्द बिहार रोहणी दिल्ली उम्र, 35 वर्ष के रूप में हुई।

अमेरिका से लौटकर दून में लूटपाट
पूछताछ में पता चला कि मनीष रावत पहले टैक्सी ड्राइवर था और इन्द्रजीत अमेरिका में रहता था। 2016 इंद्रजीत दिल्ली आ गया था। पिछले दो साल से देहरादून में अपनी पत्नी के साथ किराये में रहा है। इन्द्रजीत देहरादून में रहकर एक काल सेन्टर में ऑनलाइन नौकरी कर रहा है। पिछले कुछ समय से उसकी नौकरी छूट गयी थी। इसके बाद उसने मियांवाला शराब ठेके के पास चिकन पकौडे की ठेली लगायी। वहीं उसकी मुलाकात मनीष रावत से हुई दोनो नशा करने के आदी हैं। दोनों में दोस्ती हो गयी। नशे की आदत के कारण दोनों की पत्नियां उन्हें छोड़कर अपने मायके चली गयी थी। इस बीच मनीष और इन्द्रजीत का काम भी बन्द हो गया। इसी के कारण दोनो ने मिल कर लूट की योजना बनाई।

खिलौना पिस्तौल इस्तेमाल की
दोनों ने 6 अक्टूबर की रात को शाम 7.30 बजे के करीब भानियावाला तिराहा पहुंचे। वहां बबीता को 15 रुपये में रानीपोखरी छोडऩे की बात तय करके उन्होंने कार में बिठा दिया। रास्ते में उन्होंने एयर पिस्टल दिखाकर उसका बैग, मोबाइल, एटीएम कार्ड और 150 रुपये लूट लिये। रात 1े0 बजे के करीब हरिद्वार बस अड्डे से लोकेन्द्र कुमार को कार में बिठाकर लूट लिया।