देहरादून (ब्यूरो)। दून में कोरोना का कहर एक बार फिर देखने को मिल रहा है। दून में पहली बार एफआरआई से ही कोरोना केस रिपोर्ट हुए थे, इस बार भी एफआरआई के 8 आईएफएस ऑफिसर व 3 अन्य पॉजिटिव मिले हैैं। सभी को 14 दिन के लिए क्वारंटीन कर दिया गया है। दोबारा जांच के बाद निगेटिव आने पर ही उन्हें बाहर जाने की परमिशन मिलेगी।
सैंपलिंग व कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग जारी
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार आईएफएस ट्रेनी के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद आस-पास के लोगों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जा रही है। जिन लोगों के संपर्क में ये अफसर रहे उनकी सैैंपलिंग की जा रही है, साथ ही उनकी ट्रैवल हिस्ट्री भी खंगाली जा रही है।
प्राइवेट बस से पहुंचे थे दून
दून में पॉजिटिव आए आईएफएस ट्रेनी लखनऊ से दिल्ली सेमिनार के लिए पहुंचे थे। वहां भी इनकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव मिली थी, लेकिन पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद भी इन्हें ट्रैवल की परमिशन दी गई और वह देहरादून पहुंचे। लेकिन, इसके बाद भी इसकी सूचना न देने पर एफआरआई के डायरेक्टर को नोटिस भेजा गया है।
मास्क न पहनने पर होगा चालान
प्रशासन की ओर से कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मास्क न लगाने वालों के खिलाफ अभियान तेज किया जाएगा। इसके तहत पहली बार मास्क न पहनने पर 500 रुपए का चालान होता है। वहीं दूसरी बार में 500 प्लस का चालान होता है। पहले भी कई बार प्रशासन की ओर से यह अभियान चलाया जाएगा। जिसे दोबारा शुरू किया जाएगा।
1700 लोगों की होती है रोजाना एंट्री
एफआरआई में रोजाना 1500 से 1700 लोग घूमने आते हैं। इसके अलावा यहां कई फिल्मों की शूटिंग भी होती है। कोरोना संक्रमित पेशेंट मिलने के बाद यहां पब्लिक की एंट्री पर पांबदी लगा दी गई है। इसके साथ ही यहां किसी भी तरह की फिल्म की शूटिंग पूरी तरह से बंद कर दी गई है। 6 दिसंबर को आईएफएस ट्रेनी की जांच के बाद ही आगे का निर्णय लिया जाएगा। इन सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही एफआरआई में पब्लिक की एंट्री हो सकेगी।