-सीनियर सिटीजन की शिकायत के बाद खुला मामला, आरोपी के खिलाफ देशभर में 1400 शिकायतें व 72 केस दर्ज
-हेलीकॉप्टर सेवा के नाम पर 41 फेक वेबसाइट भी पुलिस के किए ब्लॉक, डीजीपी लिखेंगे राज्यों को पत्र
देहरादून, 19 जुलाई (ब्यूरो)। एसटीएफ व साइबर थाना पुलिस ने इंश्योरेंस के नाम पर ठगी करने वाले एक नेशनल गिरोह का पटाक्षेप किया है। बकायदा, गिरोह के मुखिया को दिल्ली से अरेस्ट किया गया है। खास बात ये है कि इस आरोपी के खिलाफ पूरे देश में 1400 कंप्लेंस व 72 केस दर्ज हैं। इस खुलासे के बाद अब एसटीएफ गिरोह के तार कितने राज्यों तक फैला हुआ है और कितने आरोपी इसमें शामिल हैं। दबोचने के लिए अपनी रणनीति भी तैयार कर रही है। फिलहाल, जिस आरोपी को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है, वह दिल्ली के दल्लूपुर अशोकनगर निवासी बताया गया है। उसका नाम अजीत राठी है।
3 मई को दी गई थी सूचना
डीजीपी अशोक कुमार ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान बताया कि बीती तीन मई की घटना है। दून के कौलागढ़ रोड निवासी सीनियर सिटीजन अनसूया प्रसाद ने सूचना दी थी कि अज्ञात शख्स ने खुद को भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीए) व इंश्योरेंस संबंधी एकीकृत शिकायत प्रबंधन प्रणाली (आईजीएमएस) विभाग का कर्मचारी बताते हुए पॉलिसी कैंसिल करवाने के लिए कहा था। इसके अलावा एक अन्य व्यक्ति की ओर से खुद को भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) का कर्मचारी बताकर पालिसी की धनराशि वापस करवाने के नाम पर उनसे 43 लाख रुपये हड़प लिए। इस प्रकरण में साइबर थाना में केस हुआ और जिसकी जांच इंस्पेक्टर त्रिभुवन रौतेला को सौंपी गई। एसएसपी एसटीएफ के अनुसार गिरोह का मुखिया अजीत राठी पिछले 6-7 वर्षों से दिल्ली व एनसीआर में बैठकर गिरोह को रन कर रहा था।
ऐसे शुरू हुई जांच
-जांच के दौरान इंस्पेक्टर रौतेला ने साइबर ठगों की ओर से इस्तेमाल किए गए फोन नंबर्स खंगाले।
-जांच के दौरान बैंक अकाउंट की डिटेल भी निकाली, सभी दिल्ली के मिले।
-जांच के बाद टीम ने मंडे को आरोपी अजीत कुमार को किया गया अरेस्ट।
-आरोपियों ने जहां घटनाओं दिया अंजाम, वहां की पुलिस को दी जा रही है सूचना।
-डीजीपी बोले-आरोपी पर गैंगस्टर की भी की जा रही है तैयारी
::आरोपी से ये सामग्री बरामद::
-6 मोबाइल
-6 सिम कार्ड
-47 हजार रुपये नगद
::आरोपी के खिलाफ दर्ज केस:::
-तेलंगाना में 32
-यूपी में 13
-तमिलनाडू में 7
-दिल्ली में 5
-हरियाणा में 4
-अन्य राज्यों में 24
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हेलीकॉप्टर सर्विसेस के नाम 41 फेक वेबसाइट ब्लॉक
बताया गया है कि इस साल हेलीकॉप्टर सेवा के नाम पर देशभर में चलने वाली 41 वेबसाइटों को भी ब्लॉक किया गया है। इस बावत एसटीएफ ने नवादा व नालंदा बिहार से 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया। डीजीपी ने बताया कि साइबर पीएस के पुलिस एसआई आशीष गुसाईं ने एफआईआर दर्ज कराई थी। इसकी जांच इंसपेक्टर देवेंद्र नबयियाल को सौंपी गई। इसके बाद 3 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई। जबकि, इससे पहले 30 अलग-अलग शिकायतों का भी टेक्नीकल विश्लेषण किया गया।
::बरामदगी इस प्रकार से हुई::
-15 मोबाइल
-9 सिम कार्ड
-9 एटीएम
-1 पीओएस/एटीएम मशीन
-6 आधार
-3 पासबुक
-1 टैबलेट
मुख्य आरोपी नीरज हो चुका है गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों में मुख्य आरोपी नीरज कुमार का भी गिरफ्तार किया, जो वर्ष 2021 में जयपुर में जेल में गया था। बताया गया कि शुुरुआती जांच में इन आरोपियों के खिलाफ करीब 6100 शिकायतें और 280 केस दर्ज हैं।
::राज्यवार केस दर्ज ::
-उत्तराखंड में 5
-यूपी में 56
-तेलंगाना में 112
-दिल्ली में 18
-गुजरात में 11
-तमिलनाडु में 15
-हरियाणा में 9
-बिहार में 8
-कर्नाटक में 8
-महाराष्ट्र में 7 अ
उत्तराखंड के डीजीपी लिखेंगे पत्र
उत्तराखंड के डीजीपी की ओर से सभी राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को पत्र लिखकर अभियुक्तों के विरूद्ध और कड़ी कार्यवाही करने के लिए अनुरोध किया जा रहा है। बताया, गैंग अलग-अलग साइबर क्राइम में शामिल है। जिनमें फर्जी वेबसाइट, फर्जी लोन साइट, फर्जी फाइनेंस कंपनियां व सेक्सटोर्शन आदि शामिल हैँ। दावा किया जा रहा है कि जल्द ही गिरोह के अन्य मेंबर्स को भी अरेस्ट कर लिया जाएगा।
इस पर भी पुलिस कर रही काम
-एसटीएफ के तहत साइबर क्राइम थाना चाइल्ड पोर्नोग्राफी से संबंधित सभी शिकायतों को स्कैन करने के लिए कर रहा काम।
-इसके प्रक्रिया के तहत उत्तराखंड पुलिस ने 113 एफआईआर दर्ज किए
-इमसें इस साल 49 से ज्यादा एफआईआर दर्ज, 38 शिकायतों पर जल्द ही जिलों में होगी एफआईआर।