देहरादून (ब्यूरो)। जानकारी के अनुसार दसौ निवासी पांच लोग बीते शनिवार सुबह मोइला टॉप में लगे बिस्सू मेला देखने गए थे। वहां से शाम को वापस घर लौटते वक्त उनकी कार क्वानू-साहिया मार्ग पर दसौ गांव से पहले हाजा बैंड के पास अनियंत्रित होकर करीब 400 मीटर नीचे खाई में पलट गई। हादसे में कार सवार दसौ निवासी प्रीतम ङ्क्षसह पुत्र सूरत ङ्क्षसह व बरदावर ङ्क्षसह पुत्र जगत ङ्क्षसह की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि गंभीर घायल संजय चौहान पुत्र महावीर ङ्क्षसह व रणवीर ङ्क्षसह पुत्र श्याम ङ्क्षसह ने रात में उपचार को हायर सेंटर विकासनगर अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। इसके अलावा गंभीर घायल जय ङ्क्षसह पुत्र धर्म ङ्क्षसह का उपचार विकासनगर के अस्पताल में चल रहा है। घायल व्यक्ति की हालत सामान्य बताई जा रही है। कार हादसे में एक ही परिवार के तीन भाई संजय चौहान, रणवीर ङ्क्षसह व बरदावर ङ्क्षसह अकाल मौत के मुंह में समाए गए। मृतकों में रणवीर ङ्क्षसह रेलवे विभाग में गाजियाबाद और संजय चौहान बैंगलुरु में ऑडिट अधिकारी के पद पर तैनात थे।
टॉर्च की रोशनी में रेस्क्यू
घटना की सूचना पर एसडीएम चकराता सौरभ असवाल के निर्देशन में तहसीलदार शिशपाल ङ्क्षसह असवाल, राजस्व उपनिरीक्षक देवेंद्र ङ्क्षसह रावत, थानाध्यक्ष अशोक राठौर एसडीआरएफ टीम के साथ मौके पर पहुंचे और स्थानीय ग्रामीणों की मदद से रात के अंधेरे में टार्च की रोशनी से रेस्क्यू कर घायल व्यक्ति व मृतकों को किसी तरह बाहर निकाला। घटना से दसौ गांव में मातम छा गया गमगीन स्वजनों का रो-रोकर बुराहाल। एसडीएम सौरभ असवाल ने कहा कार हादसे के कारणों का पता लगाया जा रहा है। घटना की सूचना रिपोर्ट डीएम को भेज दी गई है। पुलिस-प्रशासन टीम ने पंचनामा भर विकासनगर में पोस्ट मार्टम की कार्रवाई होने के बाद चारों शव स्वजन को सौंप दिए। जिनका हरिपुर के यमुना घाट में अंतिम संस्कार किया गया।
नथाण परिवार पर टूटा दुख का पहाड़
हादसे में नथाण परिवार के तीन चचेरे भाइयों की मौत ने पूरे परिवार को हिलाकर रख दिया। दसौ गांव में मातम छाया है। शनिवार रात में कार हादसे का शिकार हुए नथाण परिवार के संजय चौहान सेल्स टैक्स बैंगलूरु में ऑडिटर अधिकारी व रणवीर चौहान रेलवे गाजियाबाद में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे। एक ही परिवार के तीन भाइयों की मौत से हर तरफ गम है। सड़क हादसे में मौत के मुंह में समाए संजय चौहान की नौकरी 2018-19 में लगी थी, नौकरी मिलने से परिवार में खुशियां आयी थी। संजय चौहान 11 अप्रैल को छुट्टी पर आऐ थे। दून में 13 अप्रैल को जमीन की रजिस्ट्री थी, रणवीर चौहान भी उनके साथ छुट्टी लेकर आए थे। रणवीर की रेलवे में नौकरी 2021 में लगी थी। तीसरा भाई बरदावर ङ्क्षसह चौहान (बारू) अपनी पढ़ाई पूरी कर गांव में ही था। तीन चचेरे भाइयों की मौत ने पूरा परिवार हिला दिया। संजय चौहान दो भाई थे, हादसे के बाद अब छोटा भाई नितेश चौहान ही है। जबकि रणवीर चौहान तीन भाईयों में दूसरे नंबर का था। रणवीर चौहान की चार बहनें हैं, जबकि बरदावर ङ्क्षसह तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। हादसे का शिकार प्रीतम चौहान अपने पीछे तीन साल का बेटा व तीन महीने की बेटी व पत्नी सविता चौहान को छोड़कर गए हैं। एक ही परिवार के तीन भाइयों की मौत देखकर हर किसी की आंख भर आयी।
स्थानीय ग्रामीण सबसे पहले मदद को पहुंचे
साहिया: हर बार की तरह इस बार भी हाजा दसौ के बीच कार हादसे में मदद को स्थानीय ग्रामीण ही पहले पहुंचे। जबकि राजस्व, पुलिस व एसडीआरएफ की टीम काफी देर से पहुंची। जब तक स्थानीय ग्रामीण काफी हद तक रेस्क्यू कर चुके थे। साहिया क्वानू मोटर पर हाजा दसौ के बीच शनिवार की रात नौ बजे के करीब कार के खाई में गिरने की सूचना जैसे ही ग्रामीणों को लगी। ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े और मदद में जुट गए।
यमुना किनारे एक साथ चार चिताएं जलने पर भर आयी आंखें
कार हादसे के शिकार चारों युवकों की हरिपुर कालसी में यमुना किनारे अंतिम संस्कार किया गया। चार चिताएं जलती देख हर किसी की आंखें भर आयी। क्षेत्रीय विधायक प्रीतम ङ्क्षसह, विकासनगर विधायक मुन्ना ङ्क्षसह चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान, व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चमन ङ्क्षसह, भाजपा नेता प्रताप ङ्क्षसह रावत, कमलेश भट्ट, कुंवर ङ्क्षसह चौहान, जगत ङ्क्षसह चौहान आदि गमजदां परिवारों का ढांढस बंधाते रहे। खत पंसगाव के सदर स्याणा शूरवीर ङ्क्षसह चौहान ने बताया कि साहिया क्वानू मोटर मार्ग पर बड़े हादसे की यह पहली घटना है।
यमुना पुल पर लगा दो किमी लंबा जाम
हरिपुर कालसी में यमुना किनारे जब चारों युवकों संजय 30, रणवीर 28, बरदावर 26 व प्रीतम 32 के शवों को अंतिम संस्कार के लिए लाया गया तो ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ी। जिस कारण यमुना पुल पर करीब दो किमी लंबा जाम लगा और करीब एक घंटे तक लोग जाम में फंसे रहे। अंतिम संस्कार के बाद जाम खुल पाया।
पैराफिट होता तो टल सकता था हादसा
साहिया क्वानू मार्ग पर हाजा दसौ के बीच शनिवार की रात में जिस जगह पर कार हादसा हुआ, उस जगह रोड किनारे यदि पैराफिट होता तो बड़ा हादसा टल सकता था। बिना पैराफिट के कारण कार अनियंत्रित होते ही सीधे खाई में समा गई। प्रत्यक्षदर्शी गजेंद्र ङ्क्षसह नौटियाल ने घटना की सूचना पुलिस प्रशासन को दी। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार खाई साइड में पैराफिट व क्रश बेरियर लगाने की मांग संबंधित अधिकारियों से की, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। यदि खाई साइड पैराफिट या क्रश बेरियर लगा होता तो शायद यह बड़ा हादसा टल जाता।