समग्र शिक्षा उत्तराखंड और स्विस एजुकेशन ग्रुप के बीच सीएम की मौजूदगी में करार
-सीएम बोले-बेहतर ट्रेनिंग से स्टेट में बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

देहरादून, 5 अक्टूबर (ब्यूरो)। इस दौरान स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर समग्र शिक्षा बंशीधर तिवारी व स्विस एजुकेशन ग्रुप के एक्सक्यूटिव डायरेक्टर हिराज आर्टिनियन मौजूद रहे। दावा किया जा रहा है कि इस समझौते से स्विस एजुकेशन ग्रुप की ओर से स्टेट में स्टूडेंट्स के लिए कॉमर्शियल एजुकेशन के पाठ्यक्रम को बेहतर बनाने में भी सहयोग दिया जायेगा।

बच्चों के लिए बेहतर ऑप्शन
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में 9वीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चों को कॉमर्शियल एजुकेशन के तहत टूरिज्म व हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में बेहतर ट्रेनिंग के लिए ये समझौता आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगा। कहा, उत्तराखंड में इन दोनों क्षेत्रों में रोजगार की संभावनाएं हैं। इन क्षेत्रों में ट्रेनिंग से दक्षता हासिल कर स्टूडेंट्स को रोजगार के कई मौके मिल सकेंगे। राज्य सरकार द्वारा टूरिज्म को प्रमोट किए जाने के लिए लगातार प्रयास जारी हैं। सीएम ने कहा कि हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में स्टेट गवर्नमेंट को काफी प्रपोजल प्राप्त हो रहे हैं। इस क्षेत्र में भी आने वाले समय में राज्य में अपार संभावनाएं हैं।

::इन क्षेत्रों में लगातार प्रयास जारी::
-धार्मिक
-आध्यात्मिक
-एडवेंचर टूरिज्म
-ईको टूरिज्म
-वैलनेस

साल भर आएं टूरिस्ट आएं
सीएम धामी ने राज्य में टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में स्विट्जरलैंड के साथ हुए इस समझौते में अहम भूमिका निभाने पर अभय दास महाराज का आभार जताया। करीब 4 महीने पहले इन क्षेत्रों में राज्य को सहयोग देने के लिए सीएम व अभय दास महाराज के बीच चर्चा हुई थी। सीएम ने कहा कि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा में लाखों श्रद्धालु देवभूमि पहुंचते हैं। सरकार का प्रयास है कि 12 माह श्रद्धालु व टूरिस्ट बड़ी तादात में उत्तराखंड के धार्मिक व पर्यटक स्थलों तक पहुंचें। इसके लिए मानसखंड मंदिर माला मिशन पर भी काम किया जा रहा है। फस्र्ट फेज में इसके तहत 16 मंदिर चिन्हित कर कार्य शुरू किये जा चुके हैं। ये भी बताया गया कि स्विट्जरलैंड में भी स्विस एजुकेशन ग्रुप की ओर से बच्चों को दी जाएगी एक माह की ट्रेनिंग।

::बॉक्स:::
रोजगार की अपार संभावनाएं
अभयदास महाराज ने कहा कि टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र का स्ट्रांग होना जरूरी है। कहा, देवभूमि उत्तराखंड आध्यात्म का केंद्र है। विदेशों में उत्तराखंड आध्यात्म के केंद्र खोलने की दिशा में कार्य करेगा, तो इसमें रोजगार की काफी संभावनाएं हैं।