देहरादून ब्यूरो। मंडे को देहरादून स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट के लिए देहरादून स्मार्ट सिटी लिमि ने हिन्दुस्तान स्टील वक्र्स कंस्ट्रक्शन लि। के साथ एमओयू साइन किया। दावा किया गया है कि अब इस प्रोजेक्ट को जल्द जमीन पर उतार दिया जाएगा।
क्या है सीटीज
डीएससीएल की सिटीज यानी चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट के तहत देहरादून सिटी के एक हिस्से को इस तरह से डेवलप करने की योजना बनाई गई है, जहां स्कूली बच्चे पूरी तरह से सुरक्षित हों। बच्चे अकेले घर से स्कूल और स्कूल से घर जा सकें। बच्चों को रोड क्रॉस करने आदि में भी किसी तरह की कोई समस्या न हो। वे अकेले अपने आसपास के इलाकों में भी आ जा सकें और सड़कों व फुटपाथों पर चलते हुए वे कुछ सीख भी सकें।
बच्चों को प्रायोरिटी
डीएससीएल का कहना है कि चाइल्ड फ्रेंडली सिटी परियोजना (सीटीज) का उद्देश्य शहर की योजना, रचना और कार्यान्वन में बच्चों को प्राथमिकता देना है। इस प्रोजेक्ट को भारत सरकार के आवास और शहरी कार्य मंत्रालय और फ्रांसीसी विकास एजेंसी, यूरोपियन यूनियन और राष्ट्रीय नगर कार्य संस्थान से भी समर्थन मिला है।
रोड, फुटपाथ होंगे डिजाइन
इस प्रोजेक्ट के तहत एबीडी क्षेत्र में रोड, फुटपाथ और स्कूल्स को बच्चों के अनुकूल डिजाइन किया जायेगा। अब तक 34 स्कूल्स के करीब 22000 स्टूडेंट्स, पैरेंट्स, टीचर्स, शॉपकीपर्स और पैदल चलने वालों के साथ मिलकर सर्वे करवाया गया है।
स्मार्ट रोड व 6 किमी एरिया कवर
सीटीज प्रोजेक्ट के तहत दून की स्मार्ट रोड के अलावा 6 किमी के स्ट्रेच को कवर किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट की डीपीआर तौयार कर ली गयी है और शीघ्र ही प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारने का काम शुरू कर दिया जाएगा। प्रोजेक्ट 18 महीने में पूरा कर दिया जाएगा।
इस प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन शीघ्र ही धरातल पर किया जाएगा। इसके बाद देहरादून शहर के स्कूली बच्चों और नागरिकों को आवागमन में सुविधा होगी और बच्चे बिना किसी डर के सड़कों और फुटपाथ पर आ जा सकेंगे।
डॉ। आर राजेश कुमार, सीईओ
डीएससीएल