देहरादून,(ब्यूरो): सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं। लेकिन, इसके बावजूद त्यौहारों का उत्साह कम नहीं हुआ है। 20 अक्टूबर को करवा चौथ का त्योहार आने वाला है। जिसके लिए महिलाएं जोर-शोर से तैयारियों में जुटी हुई हैं। बाजार में कलरफुल ज्वेलरी और सजने-संवरने का माहौल है। जिससे यह साफ है कि लोग महंगाई के बावजूद अपने शौक पूरे कर रहे हैं। दून में मौजूद तमाम ज्वेलरी शॉप्स में भी इसकी धूम देखी जा सकती है।

लाइट वेट ज्वैलरी का बढ़ता चलन

महंगाई का असर हर चीज पर पड़ रहा है, लेकिन गोल्ड ज्वेलरी की बिक्री में कमी नहीं आई है। अब लोग हल्की और खूबसूरत डिजाइनों की गोल्ड ज्वेलरी को पसंद कर रहे हैं। ज्वेलरी शॉप्स ओनर्स का कहना है कि अब कस्टमर्स को हल्के वजन में भी ढ़ेर सारी डिजाइन मिल रही हैं, जो किफायती भी हैं। ये एक ऐसा ट्रेंड बन गया है, जिससे लोग बिना अपने बजट को बिगाड़े स्टाइलिश गहने खरीद पा रहे हैं।

तुर्की डिजाइनों की खासियत

दून के ज्वेलर्स बताते हैं कि आजकल तुर्की डिजाइनों का खासा बोलबाला है। इनकी बारीकी से की गई डिजाइनिंग और यूनिक स्टाइल महिलाओं को ज्यादा भा रहे हैं। दरअसल, तुर्की सोने के गहनों में 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है, जो इन्हें न केवल खूबसूरत बनाता है, बल्कि टिकाऊ माना जाता है। इसकी चमक और डिजाइनिंग भी ग्राहकों को पसंद आ रही है।

कपल ज्वेलरी का नया ट्रेंड

करवा चौथ अब केवल महिलाओं का त्यौहार नहीं रह गया है। कई लोग अपनी पत्नियों के लिए इस दिन का व्रत रखते हैं। जिससे कपल ज्वेलरी की डिमांड बढ़ रही है। अब पति-पत्नी एक जैसी ब्रैसलेट या कड़ा पहनकर इस त्यौहार को और भी खास बना रहे हैं। ज्वैलर्स का कहना है कि इस समय में ज्यादातर महिलाएं अपने पति के लिए ये खासतौर पर इन ब्रेसलेट और कड़े बनवा रही हैं।

इन गहनों की बढ़ रही है डिमांड

-रिंग

-मंगलसूत्र

-बिछिया

-बैंगल्स

-कपल ब्रेसलेट्स

-नेकलेस

-इयररिंग

-पेंडेंट

ये है गोल्ड के रेट

24 कैरट - 78,850

23 केरेट - 75,540

22 केरेट - 72,230

20 केरेट - 65,680

18 केरेट - 59,930

-आजकल लोग ट्रेंड फॉलो करते हुए ज्वेलरी खरीद रहे है जैसे की कपल ज्वेलरी लोगो को पसंद आ रहे है। ये स्टाइलिश और खास होते हैं, जिसे वो रेगुलर पहन सकते है इसलिए लोगों को पसंद भी आ रहा है।

-सुमित गोयल, शिफाली ज्वैलर्स

-महंगाई का असर तो होना नार्मल है लेकिन ऐसे में लोग लाइट वेट की ज्वेलरी खरीदना ज्यादा प्रिफर कर रहे है। ऐसे में उन्हें वैराइटी भी मिल जाते है और उनकी जेब पर ज्यादा फर्क भी नहीं प?ता है।

-जिमेंद्र रस्तोगी, सूर्या ज्वैलर्स

-जब गोल्ड के रेट कम थे, तब लोगों ने भारी ज्वेलरी बनवाने का रुझान दिखाया। अब महंगाई के चलते ज्वेलरी की डिमांड में काफी बदलाव आ गया है, और लोग अब हल्की और सस्ती चीजें पसंद कर रहे हैं।

-मनोज वर्मा, आशीर्वाद ज्वैलर्स

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