देहरादून (ब्यूरो) उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री डॉ। धन सिंह रावत ने बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (आईबीपीएस) के माध्यम से को-ऑपरेटिव बैंकों के लिए क्लर्क और प्रबंधकों की परीक्षा में सफल अभ्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा है कि कोऑपरेटिव बैंकों में दूसरी बार चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता और उत्कृष्टता के साथ की गई है। डॉ। रावत ने इस बात पर जोर दिया है कि पूरी पारदर्शिता के साथ परीक्षा आयोजित की गई। उनका प्राथमिक लक्ष्य था, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सहकारी बैंकिंग क्षेत्र में इन आवश्यक भूमिकाओं में सेवा करने के लिए सबसे योग्य उम्मीदवारों का चयन हो। डॉ रावत ने कहा कि, 69 पदों के लिए उपयुक्त उम्मीदवार नहीं मिल पाये। उन्होंने कहा कि इसके लिए 3 माह के भीतर परीक्षा कराई जा जाएगी। इसके लिए उन्होंने रजिस्टार कोऑपरेटिव को निर्देश दिए हैं।

दो पदों पर अभ्यर्थी नहीं मिले
रजिस्टार कोऑपरेटिव आलोक कुमार पांडेय ने बताया है कि परीक्षा में मेटल डिटेक्टर, सीसी टीवी कैमरे, बायोमैट्रिक का प्रयोग किया गया। परीक्षा पूरी पारदर्शिता से कराई गई। आईबीपीएस ने 11 जिला सहकारी बैंकों में कनिष्ठ लिपिक 162 में से 154 पदों कनिष्ठ शाखा प्रबंधक 54 पदों में 10 पद पर , वरिष्ठ शाखा प्रबंधक 9 पदों में 9 पदों पर अभ्यार्थी चयनित हुए हैं। राज्य सहकारी बैंक में सभी मैनेजर के 2 पद, सहायक प्रबंधक के दो पदों पर उपयुक्त अभ्यर्थी नहीं मिले हैं। रजिस्टार कोऑपरेटिव पांडेय ने बताया कि सामान्य श्रेणी व संबंधित उप श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए कट ऑफ मेरिट वर्गवार पूर्णांक का 40 प्रतिशत, आर्थिक रूप से कमजोर श्रेणी व सम्बन्धित उप श्रेणी के अभ्यर्थियों हेतु पूर्णांक का 40 प्रतिशत, अन्य पिछडा वर्ग श्रेणी व सम्बन्धित उप श्रेणी के अभ्यर्थियों हेतु पूर्णांक का 35 प्रतिशत, अनुसूचित जाति श्रेणी व सम्बन्धित उप श्रेणी के अभ्यर्थियों हेतु पूर्णांक का 30 प्रतिशत, अनुसूचित जनजाति श्रेणी व सम्बन्धित उप श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए पूर्णांक का 30 प्रतिशत रहा। सहकारिता सचिव दिलीप जावलकर ने भी चयनित अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए कहा है कि वह सहकारी बैंकों को नए आयामों में पहुुंचाएं।

dehradun@inext.co.in