देहरादून, (ब्यूरो): राजधानी का एक ऐसा इलाका, जहां पर अब चौबीसों घंटे कर्मचारियों की चौकसी है। ये वही इलाका है, जहां से गुजरने वाले लोग मुंह फेर कर निकला करते थे। लेकिन, अब उसी रास्ते से निकलने वाले लोग रुक-रुक उसको देख कर निकल रहे हैं। जी हां, बात हो रही नेशविला रोड कूड़े के ढेर वाले इलाके की। कुछ दिनों पहले तक इस इलाके में लोग बदबू से परेशान थे। स्थानीय लोगों की मेहनत रंग लाई और अब वहां पर न केवल सफाई हो गई है। बल्कि, नगर निगम की कर्मचारी हर वक्त तैनात हैं।
सीएम हेल्पलाइन का असर
शहर का नेशविला रोड इलाका, जहां पर ढलान में कई वर्षों से यूं ही खुले में कूड़ा फेंक दिया जा रहा था। स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत प्रशासन से लेकर नगर निगम तक की। लेकिन, कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई। आखिर में स्थानीय लोगों ने सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत दर्ज की। स्थानीय निवासी व सोशल एक्टिविस्ट जगमोहन मेंदीरत्ता के मुताबिक सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत के बाद असर दिखा। अब वहां पर नगर निगम ने न केवल साफ-सफाई कर दी है। बल्कि, कोई दोबारा कूड़ा न डाले, इसके लिए कर्मचारियों की भी तैनाती है।
घर ही छोडऩा पड़ा कुछ लोगों को
स्थानीय लोगों की मानें तो ये वही इलाका है। जहां ने कृषि मंत्री और निवर्तमान मेयर के घर के लिए रास्ता निकलता है। लेकिन, इसके बावजूद भी यहां पर खुले में कूड़ा डालने वालों पर न तो नकेल कसी गई और न ही संबंधित विभाग की ओर से कार्रवाई की गई। स्थानीय निवासी राजेश अरोड़ा और सोशल एक्टिविस्ट जगमोहन मेंदीररत्ता के मुताबिक खुले में कूड़े के ढेर और उससे आने वाली बदबू के कारण कुछ लोगों ने वहां से अपने घर तक छोड़ कर दूसरे इलाकों में शिफ्ट होने का फैसला लिया। बहरहाल, अब अब उस स्थान पर साफ-सफाई है। स्थानीय लोगों के मुताबिक नगर निगम के कर्मचारियों ने इलाके में कूड़ा न डालने को लेकर चौकसी बरतनी शुरू कर दी है।
60 वर्ष से था बदहाल इलाका
नगर निगम के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी डा। अविनाश खन्ना के मुताबिक ये नेशविला रोड पर जिस स्थान पर खुले में कूड़ा फेंका जाता था, वह करीब 60 वर्ष पुराना था। जिसको सही करने में नगर निगम प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी है। उम्मीद है कि कूड़ा फेंकने वाले अब सुधर जाएं।
निगम इस स्थान पर करे निर्माण
स्थानीय लोगों ने निगम से मांग की है कि नगर को इस स्थान पर कोई निर्माण कार्य शुरू कर देना चाहिए। जिससे निगम की कमाई भी हो सकेगी और जो लोग खुले में कूड़ा फेंक रहे हैं। वे कभी भी इस स्थान पर कूड़ा फेंक नहीं पाएंगे।
ये सीएम हेल्प लाइन में शिकायत करने का ही असर है। कई बार दूसरे तरीके से स्थानीय लोगों ने शिकायत दर्ज कराई, असर नहीं है। अब कूड़ा हटने के साथ इलाका साफ-सुथरा लग रहा है।
-जंगमोहन मेंदीरत्ता.
देखिए, ये सरकार की ओर से किया गया प्रयास बेहतर कहा जा सकता है। जहां वर्षों से कूड़ा नहीं उठ पा रहा था। वहां साफ-सफाई नजर आ रही है। ऐसे ही बाकी स्थानों पर होना चाहिए।
-मुकेश लखेड़ा
नगर निगम की ओर से खुले में कूड़ा डालने वालों पर कुछ ऐसी ही सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। जिससे स्थानीय लोगों को लाभ मिल सके और कूड़े डालने वाले सबक सीख सकें।
-अर्जुन कोहली.dehradun@inext.co.in