देहरादून, (ब्यूरो): राजधानी दून में जल्द ईवी चार्जिंग स्टेशन की संख्या में भारी इजाफा होने वाला है। जिला प्रशासन की कसरत के बाद शहर में 10 जगहों पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। खास बात यह है कि ये सभी इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन पब्लिक प्राइवेट मोड (पीपीपी) मोड में संचालित होंगे।

प्रमुख स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन

दरअसल, शहर में वाहनों के बढ़ते दबाव के साथ ही वायु प्रदूषण की समस्या भी बढ़ रही है। ऐसे में केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) को बढ़ावा दे रही है। हालांकि, नागरिकों में ईवी के प्रति रुझान तभी बढ़ाया जा सकता है, जब शहर के प्रमुख क्षेत्रों में चार्जिंग प्वाइंट की संख्या बढ़ाई जा सके। वर्तमान में शहर में कई स्थलों पर चार्जिंग प्वाइंट हैं, लेकिन वह प्रमुख स्थलों पर नहीं हैं। इस स्थिति को देखते हुए चार्जिंग प्वाइंट के लिए स्थान चिह्नित करने को नगर निगम, प्रशासन, यातायात पुलिस, ङ्क्षसचाई विभाग और एमडीडीए के 08 अधिकारियों की टीम बनाई गई थी।

यूजलैस लैंड आईडेंटीफाई

टीम ने शहर के प्रमुख स्थलों पर ईवी चार्जिग प्वाइंट के लिए 9 स्थलों को चिह्नित किया है। इन स्थलों का चिह्निकरण नगर निगम व लोनिवि की अनुपयुक्त भूमि के रूप में किया गया है। अब डीएम के निर्देश पर सप्ताहभर के भीतर ही चार्जिंग स्टेशनों को धरातल पर उतारने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। चार्जिंग स्टेशनों का संचालन पीपीपी माडल पर किया जाएगा।

जीरो इंवेस्टमेंट मॉडल पर शुरू होंगे

डीएम सविन बंसल ने ईवी चार्जिंग स्टेशन के समस्या को इनीसिएटिव लिया। यात्रा सीजन के दौरान दून व मसूरी में बड़ी तादाद में ईवी वाहन आते हैं, लेकिन चार्जिंग स्टेशन न होने पर टूरिस्ट््स को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। डीएम न समस्या को गंभीरता से लिया और इसका परिणाम भी कुछ ही दिनों में सामने आने लगा है। डीएम ने बताय कि इलेक्ट्रिक चार्जिंग प्वाइंट एक तरह से जीरो इन्वेस्टमेंट मॉडल पर आधारित है। जिला प्रशासन सिर्फ भूमि मुहैया करा रहा है, जबकि इस पर चार्जिंग प्वाइंट की व्यवस्था के लिए देश की बड़ी कंपनियों को शामिल किया जाएगा।

ज्यादा अंशदान वाली कंपनी को सौंपे जाएंगे स्टेशन

डीएम ने बताया कि ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर परपोजल) मांगा जा रहा है। कंपनी चार्जिंग प्वाइंट स्थापित कर वाहनों को चार्ज करने का शुल्क वसूल करेंगी। साथ ही अपनी कमाई का कुछ अंश भी नगर निगम को प्रदान करेगी। आरएफपी के अनुसार जो कंपनी अधिक अंश देने में सक्षम होगी, उसे ही यह काम दिया जाएगा।

ये स्थान आईडेंटीफाई

- घंटाघर के पास पटेल पार्क के सामने

- गांधी पार्क के नजदीक

- राजपुर रोड पर पैसिफिक हिल्स एरिया में

- आईएसबीटी के आस-पास

- बल्लूपुर एरिया में

- रिस्पना पुल में आईएसबीटी रोड पर

- विधानसभा के पास

- अजबपुर आरओबी के आस-पास

- मॉल ऑफ देहरादून एरिया में

एक बार में 2 वाहन होंगे चार्ज

डीएम को सौंपी गई कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक जो चार्जिंग प्वाइंट स्थापित किए जाएंगे वह 45 से 50 मिनट के भीतर वाहन को चार्ज कर देंगे। एक प्वाइंट पर 2 वाहनों को एक साथ चार्ज किया जा सकेगा। इन स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन शुरू होने के बाद अन्य जगहों की तलाश की जाएगी। चार्जिंग स्टेशन शुरू होने से इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति लोगों का रूझान काफी तेजी से बढ़ेगा।

ईवी वाहन बड़ी तादाद में रोड पर उतर रहे हैं। उसके अनुरूप चार्जिंग स्टेशनों की कमी है। लेकिन जल्द ही ईवी चार्जिंग स्टेशनों की कमी काफी हद तक दूर हो जाएगी। दून में पीपीपी मोड में चार्जिंग स्टेशनों के लिए टेंडर जारी किए गए हैं। यात्रा सीजन से पहले चार्जिंग स्टेशन काम करने शुरू कर देंगे।

सविन बंसल, डीएम, देहरादून

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