देहरादून, (ब्यूरो): दून समेत पूरे राज्य में पावर सिस्टम धीरे-धीरे हाईटेक बनाया जा रहा है। ऊर्जा निगम सब स्टेशनों को अपग्रेड करने के लिए तेजी से जुट गया है। केंद्र की रिवेंम्प्ट डिस्ट्रब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) के तहत प्रदेश में 58 सब स्टेशनों को रियल टाइम डाटा एक्युजिशन सिस्टम (आरटी-डीएएस) से जोड़ दिया गया है। जबकि, 157 उपसंस्थानों पर इस प्रणाली को स्थापित करने का कार्य तेजी से चल रहा है। आरटी-डीएएस प्रणाली से विद्युत आपूर्ति की निगरानी के साथ ही उपकरणों की खराबी की त्वरित जानकारी मिल सकेगी। साथ ही योजित और अनियोजित आउटेज का सटीक डाटा मिल सकेगा।

215 सब स्टेशन हैं योजना में शामिल

ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने बताया कि ऊर्जा निगम आरडीएसएस योजना के तहत प्रदेशभर में 215 सब स्टेशनों पर आरटी-डीएएस नियंत्रण प्रणाली को स्थापित किया जा रहा है। प्रदेश में कुल 58 सब स्टेशनों के 605 फीडरों पर प्रणाली की स्थापना की जा चुकी है, जिनमें मुख्यत: रानीपोखरी, जौलीग्रांट, त्यूणी, लालतप्पड़, सेलाकुई, चिपलघाट, रायवाला व चाकीसैंण शामिल हैं।

ट्रिपिंग पर जेई से एसई तक एसएमएस

खास बात यह है कि इस सिस्टम के क्रियान्वयन से फीडर ट्रिप होने की दशा में तत्काल एसएमएस के माध्यम से अवर अभियंता को सूचना प्राप्त हो जाती है और निर्धारित संख्या से अधिक ट्रिङ्क्षपग होने की दशा में सूचना एसडीओ, अधिशासी अभियंता व अधीक्षण अभियंता को भी प्रेषित की जाती है, जिससे सभी स्तरों पर बेहतर ढंग से निगरानी होने से बिजली व्यवस्था सुदृढ़ रहती है।

कमांड सेंटर से कंट्रोल हो रहा सिस्टम

बिजली सब स्टेशनों में स्थापित ब्रेकर्स की ट्रिङ्क्षपग की संख्या के आधार पर समय से ब्रेकर्स का अनुरक्षण किया जा सकता है। आरटी-डीएएस का कमांड सेंटर ऊर्जा निगम मुख्यालय में स्थापित किया गया है, जहां एक ही स्थान से उपरोक्त सभी सब स्टेशनों से पोषित विद्युत व्यवस्था की समेकित स्थिति की सूचना व अनुश्रवण किया जाता है।

केंद्र सरकार की आरडीडीएस योजना को तेजी से क्रियान्वित करने का काम किया जा रहा है। सब स्टेशनों में आरटी-डीएएस सिस्टम स्थापित कर हाईटेक बनाया जा रहा है। इसका कमांड निगम मुख्यालय में बनाया गया है। इससे बिजली आपूर्ति में बड़ा सुधार होगा।

अनिल कुमार, एमडी, ऊर्जा निगम

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