देहरादून ब्यूरो। नगर निगम के इस अतिक्रमण हटाओ अभियान में ट्रैफिक पुलिस भी शामिल हुई। कुछ महीने पहले ट्रैफिक पुलिस ने नगर निगम को फु़टपाथों और सड़क के किनारे से अतिक्रमण हटाने को कहा था। ट्रैफिक पुलिस का कहना था कि नगर निगम इसमें रुचि नहीं ले रहा है। फिलहाल नगर निगम के इस अभियान में सड़कों के किनारे और फुटपाथ पर रखे सामान को जब्त कर जुर्माना वसूला गया।
50 हजार रुपये जुर्माना
नगर निगम के अनुसार अतिक्रमण करने वाले व्यवसायियों से अगस्त में अभी तक करीब 50 हजार रुपये जुर्माना वसूला गया है। साथ ही ऐसे लोगों को फिर से अतिक्रमण न करने की चेतावनी भी दी गई है। दावा किया गया है कि जिन जगहों से अतिक्रमण हटाया जा रहा है, उनका समय समय पर इंस्पेक्शन किया जा रहा है। फिर से अतिक्रमण करने वाले व्यवसायियों के के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है।
आवारा पशु भी समस्या
दून में ट्रैफिक का बाधित करने में आवारा पशु भी कारण बन रहे हैं। नगर निगम अब आवारा पशुओं से सड़कों को मुक्त करने के अभियान की भी तैयारी कर रहा है। नगर आयुक्त ने इस बारे में निर्देश दिये हैं। इसके लिए वरिष्ठ पशुचिकित्सा अधिकारी द्वारा दो टीमें बनायी गयी हैं, जो 20 अगस्त से हर रोज शहर की सड़कों से आवारा पशुओं को रेस्क्यू करेंगी। इन पशुओं को केदारपुर स्थित कांजीहाउस, शंकरपुर स्थित गौसदन और नगर निगम द्वारा अनुबंधित गौशालाओं में भेजा जाएगा। फिलहाल नगर निगम की ओर से 1426 पशुओं का भरण-पोषण कियरा जा रहा है। इनमें केदारपुर स्थित कांजीहाउस में 287, शंकरपुर स्थित निर्माणाधीन गौसदन में 318 पशु हैं। 821 पशुओं का भरण-पोषण उत्तराखंड से मान्यता प्राप्त गौशालाओं से अनुबंध के आधार पर किया जा रहा है।
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देहरादून नगर निगम प्रयास कर रहा है कि सड़कों को ट्रैफिक और पैदल चलने के लिए खाली रखा जा सके। अभियानों के तहत जागरूकता कार्यक्रमों को भी पहल दी जा रही है, जिससे अतिक्रमण करने वाले इसके प्रति सतर्क व संवदेनशील हो सकें। सड़कों पर अतिक्रमण करने वालों से जुर्माना भी वसूला जा रहा है।
मनुज गोयल, नगर आयुक्त