देहरादून, ब्यूरो: दून रेलवे स्टेशन पर बुजुर्ग, महिला व दिव्यांगों की सहूलियत के लिए शुरू की गई इलेक्ट्रिक व्हीकल सेवा फेल साबित हुई। कुछ दिन तक सेवा को संचालित करने के बाद कंपनी ने अपने टेंडर विद्ड्रॉ कर लिया। हालांकि, हरिद्वार रेलवे स्टेशन में इस सेवा का पैैंसेंजर पूरा लाभ उठा रहे हैैं। दून रेलवे स्टेशन पर इस सेवा को शुरू करने के लिए नए सिरे से प्लानिंग की जा रही है।
बुजुर्ग, दिव्यांगों के लिए थी योजना
बुजुर्ग, दिव्यांग और महिलाओं की सहूलियत के लिए मुरादाबाद रेल मंडल की ओर से दून और हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर बैटरी संचालित इलेक्ट्रिक व्हीकल सर्विस शुरू की गई थी। उम्मीद थी कि इस सेवा से दिव्यांगजन, बुजुर्ग, बीमार और गर्भवती महिलाओं को लाभ मिलेगा। उन्हें प्लेटफार्म पर आने-जाने में सुविधा होगी। इसके लिए हर पैसेंजर को 50 रुपये का भुगतान करना होता था। रेलवे ने एक प्राइवेट कंपनी को टेंडर प्रॉसेस के जरिये इस सेवा के संचालन की जिम्मेदारी थी। दून रेलवे स्टेशन पर 3 इलेक्ट्रिक व्हीकल जरूरतमंदों के लिए तैनात किए गए। लेकिन दून रेलवे स्टेशन पर इस सेवा के प्रति लोगों को रुझान नहीं दिखा और ये कारगर साबित नहीं हुई।
इसलिए कारगर नहीं हुई सेवा
दून स्टेशन पर कम पैसेंजर फ्लो
रेलवे प्रशासन के अनुसार दून रेलवे स्टेशन पर रोजाना 13 से 15 हजार लोगों की आवाजाही होती है। जबकि, हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर एक दिन मेें औसतन 50,000 लोगों का मूवमेंट होता है। दून में कम पैसेंजर फ्लो के चलते योजना कारगर नहीं रही, जबकि हरिद्वार में इस योजना का जरूरतमंद जमकर फायदा उठा रहे हैैं।
छोटा प्लेटफॉर्म, ईजी एक्सेस
दून रेलवे स्टेशन का प्लेटफार्म भी काफी छोटा है। यहां पर ज्यादातर ट्रेनें प्लेटफार्म नंबर दो और तीन पर खड़ी होती हैैं। ये प्लेटफार्म रेलवे स्टेशन की एंट्री के पास ही मौजूद हैैं। ऐसे में पैसेंजर्स आसानी से बिना किसी व्हीकल की मदद से ही प्लेटफॉर्म तक पहुंच जाते हैैं। यही कारण है कि ई व्हीकल को ज्यादा तरजीह नहीं मिली।
कंपनी ने सरेंडर किया लाइसेंस
रेलवे की ओर से संचालित बैटरी ऑपरेटेड व्हीकल्स का जो कंपनी जिम्मा देख रही थी। उसे टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से संचालन की जिम्मेदारी दी गई थी और बाकायदा लाइसेंस दिया गया था। योजना के प्रति पैसेंजर्स का रुझान देखने को नहीं मिला ऐसे में अब थक-हार कर कंपनी ने रेलवे को अपना लाइसेंस सरेंडर कर दिया है और व्हीकल वापस ले गई है।
अब नए सिरे से होंगे टेंडर
रेलवे के अधिकारियों के अनुसार अन्य दूसरे स्टेशन की ही तर्ज पर यहां इस सेवा को जारी रखने के लिए प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए दोबारा टेंडर प्रक्रिया की जाएगी। टेंडर प्रक्रिया में जरूरत के अनुसार बदलाव भी किए जाएगे, जिससे इसका संचालन दोबारा शुरू किया जा सके और पब्लिक को इसका लाभ भी मिल पाए।
ई -व्हीकल चार्जिंग की भी तैयारी
अब रेलवे स्टेशन पर ई-व्हीकल चार्जिंग प्वॉइंट शुरू करने की योजना है। इसकी शुरुआत हरिद्वार स्टेशन से की गई है। इस चार्जिंग प्वॉइंट से हरिद्वार स्टेशन पर टू व्हीलर, थ्री व्हीलर तथा फोर व्हीलर बैटरी संचालित वाहन को चार्ज करने की फैसिलिटी मिल रही है।
बैटरी ऑपरेटेड इलेक्ट्रिक व्हीकल का संचालन देख रही कंपनी ने टेंडर को सरेंडर कर दिया हैं। जिसके बाद पब्लिक के हित को देखते हुए रेलवे की ओर से इसे दोबारा शुरू किया जाएगा। जल्द ही पब्लिक को ये सुविधा मिल जाएगी।
आदित्य गुप्ता, सीनियर डीसीएम, नॉर्दर्न रेलवे
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