- एमडीडीए की अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई
- दून वैली पब्लिक स्कूल की 15 बीघा भूमि पर अवैध प्लॉटिंग ध्वस्त
देहरादून, ब्यूरो: दून में ऐसे कई बड़े शिक्षण संस्थान हैं, जो बड़े पैमाने पर सरकारी जमीनें हड़प चुके है। कई संस्थानों के खिलाफ विभिन्न थानों में मुकदमे भी चल रहे हैं, लेकिन इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने से अवैध जमीनों के कारोबार पर लगाम नहीं लग पा रही है ।
स्कूल कर रहा था अवैध प्लॉटिंग
सोमवार को भी एमडीडीए ने 31 बीघा जमीन से अवैध प्लॉटिंग पर एक्शन लिया। टीम ने जोहड़ी गांव में दून वैली पब्लिक स्कूल की 15 बीघा भूमि पर अवैध प्लॉटिंग ध्वस्त की। मौके पर पहुंची टीम को अनुमति से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं दिखाए गए, जिसके बाद अवैध प्लॉटिंग ध्वस्त कर दी गई। ध्वस्तीकरण टीम में शामिल सहायक अभियंता शैलेंद्र सिंह रावत और अभिषेक भारद्वाज ने बताया कि इस संबंध में जोहड़ी गांव निवासी अमरजीत सिंह को नोटिस जारी कर अवैध प्लॉटिंग को जेसीबी से तोड़ दिया गया। एमडीडीए की टीम ने सचिव मोहन सिंह बर्निया के आदेश पर आज अन्य कई जगहों पर भी अवैध प्लॉटिंग और निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की है ।
शिमला बाईपास में अवैध निर्माण सील
एमडीडीए की टीम ने शिमला बाईपास रोड पर अलग-अलग जगहों पर अवैध निर्माण के तीन मामलों में आज कार्रवाई की ह। बताया कि रविंद्र सिंह बिष्ट बड़ोवाला में 6 दुकानों का निर्माण बिना स्वीकृति के कराया जा रहा था। बड़ोवाला में ही पेट्रोल पंप के पास नदीम द्वारा भी व्यवसायिक निर्माण किया जा रहा था। 27 जुलाई 2022 को यह अवैध निर्माण सील किया गया था, लेकिन निर्माण में छेड़छाड़ करने पर आज फिर निर्माण को चेतावनी के बाद सील कर दिया गया। तुंतोवाला में भी परशुराम डेरी के नाम पर भवन का निर्माण कर रहा था, जानकारी मिलने पर इसे भी सील कर दिया गया।
हरभजवाला में 16 बीघा प्लॉटिंग ध्वस्त
एमडीडीए की टीम ने हरभजवाला आरकेडिया ग्रांट 16 बीघा जमीन पर की जा रही अवैध प्लॉटिंग को ध्वस्त कर दिया गया। अवैध प्लॉटिंग ध्वस्त करने के बाद आरोपी मजबूर इरफान को नोटिस जारी किया गया।
10 दिन में ध्वस्त की गई 364 बीघा अवैध प्लॉटिंग
- बड़ोवाला - 66 बीघा
- शिमला बाईपास- 25 बीघा
- छरबा रोड हर्रावाला- 120 बीघा
- विधौली - 18 बीघा
- हर्रावाला- 5 बीघा
- राजपुर रोड- 100
- जोहड़ी गांव- 15 बीघा
देहरादून में अवैध रूप से चल रहे निर्माण कार्य और प्लॉटिंग के खिलाफ लगातार एमडीडीए की ओर से कार्रवाई की जा रही ह। सूचना मिलते ही तत्काल कार्रवाई अमल में लाई जा रही ह। बगैर नक्शा स्वीकृति के किसी तरह के निर्माण को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
मोहन सिंह बर्निया, सचिव एमडीडीए, देहरादून