देहरादून ब्यूरो। एसटीएफ उत्तराखंड के एसएसपी अजय सिंह के अनुसार इंटरनेशनल कॉल सेंटर मामले में गिरफ्तार किये गये एक महिला सहित 14 लोगों को कोर्ट में भेजा गया। जहां से उन्हें रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। इस मामले में एक महिला, दो कर्मचारी और कॉल सेंटर के 11 सुपरवाइजर्स को गिरफ्तार किया गया था। इन सभी से गहन पूछताछ के बाद कई ऐसे साक्ष्य एसटीएफ के हाथ लगे, जिनसे पता चलता है कि ये सभी लोग इस फर्जीवाड़े में संलिप्त थे।

मनीलॉन्ड्रिंग की आशंका
एसटीएफ के अनुसार भारी मात्रा में कैश की बरामदगी और विदेशों से पैसे आने की आशंका को देखते हुए इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला कारोबार की आशंका है। इस आशंका को देखते हुए ईडी को इस संबंध में सूचना भेजी जा रही है। इसके अलावा विदेशों से भारी मात्रा में पैसा आने और विदेशी एजेंटों की मिलीभगत से देश की आंतरिक सुरक्षा को भी ध्यान में रखते हुए विवेचना में हर पहलू पर फोकस रहेगा। एटीएफ के अनुसार कॉल सेंटर संचालकों द्वारा बड़े पैमाने पर डाटा चोरी किये जाने की भी आशंका है। इसकी जांच के लिए माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प से भी संपर्क किया रहा है।

टैक्स चोरी की भी आशंका
एसटीएफ के अनुसार ए टू जेड सॉल्यूशंस फर्म के रजिस्ट्रेशन, जीएसटी आदि के मामले में टैक्स की चोरी की भी संभावना है। इसकी जांच के लिए सेल्स टैक्स विभाग को भी सूचित किया जा रहा है। इसके अलावा अमेजन गिफ्ट कूपन के कोड्स और अन्य गिफ्ट वाउचर कोड्स के द्वारा क्यूआर कोड से मनी लॉन्ड्रिंग के नए तरीकों पर एसटीएफ व साइबर पुलिस का फोकस रहेगा।

नगर निकायों ने भी ली मदद
यह भी सूचना है कि इस कॉल सेंटर के संचालकों ने कुछ नगर निकायों ने भी टेंपरेरी कॉल सेंटर्स चलाने के लिए मदद ली थी। एसटीएफ के अनुसार ऐसी जानकारी मिल रही है कि इस फर्जी फर्म या इससे जुड़े लोगों ने नगर निगम या अन्य संस्थानों में कोविड काल के दौरान अस्थाई कॉल सेंटर संचालित किया था। एटीएफ इस शिकायत की भी जांच करेगी।

परीक्षा अनियमितताओं की जांच एसटीएफ को
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चलन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में गड़बडिय़ों की जांच का मामला भी एसटीएफ को सौंपा गया है। उत्तराखंड बेरोजगार संघ की ओर से इस तरह की शिकायत सीएम से की गई थी। शिकायत में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से 4 और 5 दिसम्बर 2021 को आयोजित स्नातक स्तर की परीक्षा में हुई गड़बड़ी का आरोप लगाया गया था। सीएम के आदेश पर इस संबंध में थाना रायपुर में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की जिम्मेदारी एसटीएफ के हवाले कर दी गई है।