देहरादून ब्यूरो। नशे को लेकर बात देहरादून की करें तो दून में एक साल में 8 करोड़ से अधिक के मादक पदार्थ बरामद किए गए। इस प्रकार से हर माह 220409 रुपए और हर दिन 7346 रुपए का पुलिस ने नशा बरामद किया है। ऐसे ही एक साल में दून पुलिस ने नशे में लिप्त 676 लोगों को गिरफ्तार किया। आंकड़ों के मुताबिक हर माह 56 और हर दिन दो नशे के सौदागर पकड़ में आ रहे हैं। नशे का कारोबार किस कदर फल-फूल रहा है, इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वर्ष 2021 मेंं नशे में लिप्त 634 लोगों के खिलाफ नशे को लेकर जहां केस दर्ज हुए। वहीं, हर महीने 52 और हर दिन एवरेज केस दर्ज हो रहे हैं।
केस--1--
5 अप्रैल 2022--प्रेमनगर पुलिस ने 1.76 किलो चरस के साथ आरोपी को कार के साथ किया अरेस्ट।
केस--2--
4 अप्रैल 2022--कोतवाली पुलिस ने 405 ग्राम चरस तस्करी के आरोप में एक को किया अरेस्ट।
केस--3--
4 अप्रैल 2022 - विकासनगर में अवैध मादक पदार्थ की तस्करी व बिक्री के आरोप में 10.01 ग्राम स्मैक के सथ एक आरोपी को दबोचा।
केस--4--
4 अप्रैल 2022 ऋषिकेश कोतवाली पुलिस ने 7.06 स्मैक के साथ एक महिला तस्कर को किया अरेस्ट।
- दून में 365 दिनों में 634 केस दर्ज व 679 से अधिक आरोपी दबोचे
इस तरह का नशा बरामद
-स्मैक
-चरस
-डोडा अफीम
-नशीली गोली
-नशीले कैप्सूल
-नशीले इंजेक्शन
-गांजा
-ब्राउन सुगर
-हेराइन
-भांग
-अफीम
-कोकीन
राज्य में नशा बरामदगी
-केस--1802
-आरोपी--2165
-गिरफ्तार--2104
माल बरामदगी
-चरस--281.8
-स्मैक--18.103
-डोडा अफीम--221.045
-नशीली गोली--118361
-नशीले कैप्सूल--19369
-नशीले इंजेक्शन--9992
26 करोड़ से ज्यादा का नशा
देहरादून--80449309
उत्तरकाशी--7151185
टिहरी---5602300
चमोली---655500
रुद्रप्रयाग---00
पौड़ी---2464111
हरिद्वार---52876660
अल्मोड़ा---8266152
बागेश्वर---1314520
पिथौरागढ़---1841400
चंपावत---7506439
नैनीताल---6685895
उधमसिंहनगर--89105455
जीआरपी---555000
-------------
कुल----264473976
--------------
लगाम कसने वाले नहीं टिक कपाते
दून में नशे को लेकर पुलिस से लेकर प्रशासन, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व तमाम सरकारी एजेंसियों ने कई प्रयास किए। लेकिन, नशाखोरी पर लगाम नहीं लगती दिख रही। एक्सपट्र्स बताते हैं कि दून में सबसे ज्यादा यूपी के शहरों से नशे की खेप सप्लाई हुआ करती है। जिसमें सरकार तक पहुंच रखने वाले कई लोग शामिल रहते हैैं। यहां तक कि नशे पर नकेल कसने के रोडमैप बनाने वाले तमाम अधिकारी अपनी ऊंची पहुंच रखने के कारण चंद महीनों में ही बदल दिए जाते हैं। बाल आयोग, पुलिस व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के मुताबिक दून में नशे के कारोबारियों के निशाने पर सबसे ज्यादा स्कूल, कॉलेज व इंस्टीट्यूशंस शामिल रहते हैं।
दून के ये इलाके सेंसिटिव
-बिंदाल नदी
-प्रेमनगर
-नंदा की चौकी
-रायपुर
-सहस्रधारा रोड
-नालापानी
-स्कूल व कॉलेज के इलाके
-रिस्पना नदी