- एक वर्ष पहले पुलिस महकमे में इंट्रोड्यज किया गया था ड्रोन
- आईआईटी से टेक्नोलॉजी शेयरिंग को लेकर एमओयू साइन करने की तैयारी
देहरादून, 4 जुलाई (ब्यूरो)।
एक वर्ष पहले उत्तराखंड पुलिस महकमे में ड्रोन इंट्रोड्यूज किया गया था। लेकिन, अब विभाग के लिए ये ड्रोन बेहद मददगार साबित चुके हैं। यही वजह है कि पुलिस महकमे ने 365 दिनों में ड्रोन को न केवल अपना अभिन्न अंग बना दिया है, बल्कि, ट्रेंड 200 कार्मिकों की फोर्स भी तैयार कर दी है। बताया गया है कि ड्रोन की इंपोर्टेंस को देखते हुए अब आईआईटी रुड़की से भी एमओयू साइन करने की तैयारी है। जिससे ड्रोन आम लोगों के साथ पुलिस के लिए विपरीत परिस्थितियों में साथी बन सके।
::यहां मददगार बन रहा ड्रोन:::
-वीआईवी मूवमेंट
-डिजास्टर मैनेजमेंट
-ट्रैफिक मैनेजमेंट।
-एक्सीडेंटस रिव्यू
-लाइव फुटेज
-मेडिकल फैसिलटी
-ब्लड सैंपल
ड्रोन ट्रेनिंग से लैस हुए पुलिस कार्मिक
गत वर्ष 3 जुलाई 2022 को उत्तराखंड पुलिस में ड्रोन लैब स्थापित हुआ था। अब पूरा एक साल हो चुका है। वर्तमान में पुलिस विभाग की 40 लोगों की ऐसी ड्रोन टीम है, जो डिस्ट्रिक्ट लेवल पर काम कर रही है। इसमें 2 डीजीसीए सर्टिफाइड पायलट व मास्टर ट्रेनर भी शामिल हैं। ड्रोन टीम की ओर से गत वर्ष में 200 से अधिक पुलिस कार्मिकों को ड्रोन की ट्रेनिंग दी जा चुकी है। जिसमें ड्रोन हैंडलिंग, रिपेयरिंग, ड्रोन फॉरेंसिक, ड्रोन रूल्स एंड रेगुलेशंस की महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।
सभी ड्रोन पर रखी जा रही है नजर
पुलिस अधिकारियों के अनुसार पुलिस टीम की ओर से मानवरहित वायुयान यातायात प्रबंधन के लिए एसकेवाईई यूटीएम (पीओसी)प्रयोग किया जा रहा है। जिससे पुलिस सभी ड्रोन एक्टिविटीज पर नजर रख सकती है। इसके लिए राज्य के भीतर सभी ड्रोन संचालकों के लिए समय-समय पर पब्लिक अवेयरनेस कैंपेन चलाए जा रहे हैं।
ऐसी हुई कार्मिकों की ड्रोन ट्रेनिंग
-ड्रोन हैंडलिंग
-रिपेयरिंग
-ड्रोन फॉरेंसिक
-ड्रोन रूल्स एंड रेगुलेशंस
पुलिस महकमे में 5, एसडीआरएफ के पास 4 ड्रोन
आईटी पार्क स्थित पुलिस ड्रोन कंट्रोल रूम के इंचार्ज डिप्टी एसपी नरेश नरूला के अनुसार पुलिस महकमे के पास वर्तमान में 5 ड्रोन मौजूद हैं। जबकि, एसडीआरएफ के पास करीब चार से ज्यादा ड्रोन संचालित हो रहे हैं। ऐसे जिलों में जिला प्रशासन के पास ड्रोन मौजूद हैं, जिनकी जरूरत पडऩे पर पुलिस हेल्प ले लेती है।
बदरीनाथ, केदारनाथ में भी ड्रोन की तैनाती
डिप्टी एसपी के अनुसार चारधाम यात्रा के दौरान बदरीनाथ व केदारनाथ पर ड्रोन टीम मुस्तैद की गई थी। लेकिन, अब कांवड़ को देखते हुए ड्रोन टीम को फिलहाल के लिए हरिद्वार शिफ्ट किया गया है। जिसका कंट्रोल रूम हरिद्वार एसएसपी मुख्यालय पर ही स्थापित किया गया है।
आईआईटी की ड्रोन टेक्नोलॉजी को लेकर एमओयू की तैयारी
बताया गया है कि ड्रोन की इंपोर्टेंस को देखते हुए पुलिस आईआईटी रुड़की व निजी एजेंसी के साथ एमओयू साइन करने पर विचार कर रही है। जिससे ड्रोन का ज्यादा से ज्यादा यूज किया जा सके। पुलिस अधिकारी बताते हैं कि आईआईटी में ड्रोन को लेकर अक्सर नई टेक्नोलॉजी निजात की जाती है। इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स इसमें आगे रहते हैं। ऐसे में पुलिस को भी ये इंजीनियरिंग मिल जाए, प्रयास किए जा रहे हैं।
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