- भाटी हत्याकांड में दोषी करार दिए गए थे पूर्व सांसद डीपी यादव

- एक दिन पहले किया कोर्ट में सरेंडर, न्यायिक हिरासत में भेजे गए जेल

DEHRADUN: तेइस साल पूर्व हुए दादरी के तत्कालीन विधायक महेन्द्र सिंह भाटी की हत्या में दोषी करार पूर्व सांसद डीपी यादव ने सोमवार को सीबीआई कोर्ट में सरेंडर किया, जिन्हें कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। मामले में ख्8 फरवरी को सीबीआई कोर्ट ने पूर्व सांसद समेत चार लोगों को दोषी करार दिया था। जिसमें से कुख्यात पाला सिंह उर्फ लक्कड़पाला, करण यादव व प्रनीत भाटी को तत्काल ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जबकि डीपी यादव अस्पताल में भर्ती होने कोर्ट में हाजिर न हो सके। कोर्ट ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए दस मार्च का दिन फैसला सुनाने के लिए तय किया था।

कार पर की थी ताबड़तोड़ फायरिंग

दरअसल, क्फ् सितंबर क्99ख् को दादरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक महेन्द्र सिंह भाटी निवासी ग्राम मकोड़ा करीब साढ़े छह बजे भंगेर जाने के लिए निकले। उनके साथ उनका गनर देवसम कौशिक व ड्राइवर देवेन्द्र था। रास्ते में उन्होंने अपने दोस्त उदय प्रकाश आर्य को भी कार में बैठा लिया। इस दौरान उनका भाई अनिल कुमार भाटी अपने दोस्त के धनवीर के साथ कार के साथ बाइक पर कार के पीछे पीछे आ रहे थे। भंगेल रोड पर रेलवे फाटक बंद हो के कारण उनकी कार रुक गई। जब फाटक खुला तो सामने से दो कारों में सवार बदमाशों ने महेंद्र सिंह की कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। जिसमें महेन्द्र व उदयप्रकाश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनका गनर देवसम कौशिक व ड्राइवर देवेन्द्र घ्यल हो गए।

चार लोगों की हो चुकी है मौत

हत्याकांड में अनिल भाटी ने मुकदमा दर्ज करया था। पुलिस ने जांच कर मामला बंद कर दिया। क्99फ् में भाजपा की मांग पर मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई, जिसके बाद दोबारा से मामले की पड़ताल शुरू हुई। सीबीआई का दावा था कुख्तायत पाला सिंह उर्प लक्कड़पाला और तेजपाल भाटी ने महेन्द्र भाटी पर फायरिंग की। मामले में पूर्व सांसद डीपी यादव को बदमाशों की मदद करने का आरोप पाया गया। बताया गया कि डीपी यादव ने बदमाशों को कार उपलब्ध कराई, जिससे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद जला दिया गया। मामले में सीबीआई ने पूर्व सांसद डीपी यादव, तेजपाल भाटी, प्रनीत भाटी, पाला सिंह उर्फ लक्कड़पाला, अलाद अली, महाराज सिंह व करण यादव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। जिसमें चार की मौत होुकी है।

एक दिन पूर्व किया सरेंडर

ख्8 फरवरी को सीबीआई की विशेष न्यायाधीश अमित कुमार सिरोही की अदालत में पाला सिंह उर्फ लक्कड़पाला, करण यादव व प्रनीत भाटी हाजिर हुए, जबकि डीपी यादव स्वास्थ्य खराब होने का हवाला देकर कोर्ट में हाजिर होने में असमर्थता जाहिर की। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद आरोपी चार लोगों को दोषी करार देते सजा के लिए क्0 फरवरी का दिन तय करते हुए पाला सिंह उर्फ लक्कड़पाला, करण यादव व प्रनीत भाटी को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के साथ डीपी यादव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए थे। तब से पुलिस उन्हें तलाश रही थी, लेकिन इससे पूर्व डीपी यादव ने मंडे को कोर्ट में सरेंडर कर दिया।