देहरादून,(ब्यूरो): पार्किंग की कमी से जूझ रहे राजधानी दून को जल्द ही ऑटोमेटिक मैकेनाइज्ड पार्किंग की सुविधा मिलेगी। दो ऑटोमेटिक के साथ ही एक सर्फेस पार्किंग का भी जल्द निर्माण शुरू होगा। तीनों पार्किंग के लिए टेंडर अपलोड कर दिए गए हैं। पार्किंग का निर्माण रूरल वर्क डिपार्टमेंट आरडब्ल्यूडी कर रहा है। लेकिन बजट नगर निगम उपलब्ध करा रहा है। तीनों पार्किंग के निर्माण पर करीब 12.31 करोड़ खर्च होंगे। एक मैकेनाइज्ड पार्किंग गांधी पार्क व परेड ग्राउंड के बीच वाली रोड पर बनेगी, जबकि दूसरी तिब्बती मार्केट में बनेगी। तीसरी मैन्यूअल पार्किंग काबुल हाउस में बनेगी।

पार्किंग की समस्या होगी खत्म

डीएम सविन बंसल की पहल पर मेट्रो सिटी की तर्ज पर ऑटोमेटिक मैकेनाइज्ड पार्किंग की शुरुआत की जा रही है। डीएम के आते ही लोगों ने पार्किंग की समस्या को उनके सामने रखा। उन्होंने इसे इनिसिएटिव लिया। जगह की कमी को देखते हुए उन्होंने मैकेनाइज्ड पार्किंग बनाने का फैसला लिया। यह काम आरडब्ल्यूडी को सौंपा गया। आरडब्ल्यूडी ने एस्टीमेट बनाकर डीएम एवं नगर प्रशासक को सौंपा, जिस पर त्वरित एक्शन लेते हुए डीएम ने बजट जारी कर दिया।

गांधी पार्क, तिब्बती मार्केट में पार्किंग

शहर में परेड ग्राउंड क्षेत्र सबसे भीड़-भाड़ वाला क्षेत्र है। यहां से कुछ ही दूसरी पर सचिवालय भी स्थित है। धरना-प्रदर्शन भी ज्यादातर यही होते रहते हैं। ऐसे में इस स्थान पर पार्किंग बड़ी समस्या बनी हुई थी, लेकिन डीएम के इस फैसले के बाद उम्मीद जगी है। पहली मैकेनाइज्ड पार्किंग गांधी पार्क व परेड ग्राउंड रोड के दोनों तरफ बनेगी, जबकि दूसरी तिब्बती मार्केट रोड पर बनेगी।

काबुल हाउस में सर्फेस पार्किंग

हाल ही सर्वे चौके के पास करनपुर चौकी से लगी काबुल हाउस की जमीन को पार्किंग के लिए यूज किया जाएगा। इस जमीन को हाल ही में जिला प्रशासन ने कब्जामुक्त किया था। आरडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता अनिल कुमार ने बताया कि इस जगह पर 285 गाडिय़ों की पार्किंग की सुविधा मिलेगी। इस पार्किंग के निर्माण में करीब 2.63 करोड़ खर्च होंगे। जबकि गांधी पार्क की ऑटोमेटिक पार्किंग में 4.72 करोड़ व तिब्बती मार्केट की पार्किंग में 4.96 करोड़ खर्च होंगे। तीनों पार्किंग की कैपेसिटी 546 वाहनों की होगी। इनमें निर्माण पर टोटल 12.31 करोड़ खर्च होंगे।

पार्किंग पर एक नजर

12.31

करोड़ खर्च होंगे तीनों पार्किंग के निर्माण पर

496.20

करोड़ खर्च होंगे तिब्बती ऑटोमेटिक पार्किंग पर खर्च

472.23

करोड़ खर्च होंगे गांधी पार्क की ऑटोमेटिक पार्किंग पर

546

वाहनों की पार्किंग हो सकेगी तीनों पार्किंग में एक बार में

132

वाहन तिब्बती मार्केट

129

वाहन गांधी पार्क

285

ऑटोमेटिक पार्किंग के टेंडर 25 अक्टूबर जबकि काबुल हाउस पार्किंग का टेंडर 23 अक्टूबर को खोला जाएगा। पार्किंग निर्माण का डीएम यात्रा सीजन से पहले अप्रैल तक कंप्लीट हो जाएगा। डीएम ने तीनों पार्किंग का निर्माण आरडब्ल्यूडी को सौंपा है। उन्होंने आरडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता को कड़े निर्देश दिए हैं कि पार्किंग का निर्माण निर्धारित समय में पूरा कर लिया जाए।

क्या है ऑटोमेटिक पार्किंग

ऑटोमेटिक पार्किंग ग्राउंड फ्लोर समेत दो मंजिल की होगी। यानि एक गाड़ी की स्पेस में तीन गाडिय़ां खड़ी होगी। इससे जगह की बचत होगी। इन पार्किंग का टेंडर 25 अक्टूबर को खुलेगा, जबकि काबुल हाउस पार्किंग का टेंडर 23 अक्टूबर को खोला जाएगा। इसके बाद कंपनी को काम सौंपकर कार्य शुरू कराया जाएगा।

क्या है मैकेनाइज्ड पार्किंग

मैकेनाइज्ड पार्किंग का मतलब मशीनों द्वारा ऑटोमेटिक संचालन से है। यह पूरी तरह कंम्प्यूटरीकृत है। जिसमेें हाईड्रोलिक सिस्टम के जरिए वाहन एक के ऊपर लिफ्टिंग के जरिए पार्क होंगे। इसमें बूम बैटरियां लगी होती है। पावर चैनल के जरिए वाहनों को पार्क किया जाएगा। ज्यादा देर तक खड़े रहने वाले वाहनों को सबसे ऊपर मंजिल पर चढ़ाया जाता है। पूरा मैकेनिज्म टाइम पर निर्धारित होता है। यहां पर वाहन सुरक्षा आधुनिक तकनीक से लैस रहेगी।

पहले भी होते रहे एक्सपेरिमेंट

दून में पार्किंग के लिए भी एक्सपेरिमेंट होते रहे हैं। 2019 में भी कई जगहों पर स्मार्ट पार्किंग शुरू की गई। लेकिन तीन साल बाद 2023 में ये स्मार्ट पार्किंग बंद हो गई। इसके बाद खाली प्लॉट को पार्किंग के लिए देने की योजना बनाई गई, लेकिन यह भी नहीं चली। अब मैकेनाइज्ड पार्किंग शुरू की जा रही है। देखना यह होगा कि यह सुविधा पब्लिक को कितना फायदा पहुंचाती है।

दून में लगातार ट्रैफिक दबाव बढ़ रहा है। पार्किंग की बहुत कम सुविधा है। इसे देखते हुए मैकेनाइज्ड पार्किंग शुरू की जा रही है। इससे पार्किंग की समस्या काफी हद तक समाप्त हो जाएगी। जल्द ही दूसरी चिन्हित जगहों पर भी पार्किंग शुरू की जाएगी।

सविन बंसल, डीएम, देहरादून

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