- शहर के मुख्य मार्गों से अंडर ग्राउंड होंगी 500 किमी। बिजली लाइन
- टेंडर खोलने की प्रक्रिया पूरी, माह के आखिरी तक कार्य अवार्ड होने की उम्मीद
देहरादून (ब्यूरो): योजनाके लिए उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) ने मार्च में टेंडर आमंत्रित किए थे। टेंडर खोलने की प्रक्रिया पूरी हो गई है, इस माह के आखिरी तक कंपनी को कार्य अवार्ड होने की उम्मीद है। पहले फेज में शहर के मुख्य सड़कों पर करीब 500 किमी। एलटी लाइन अंडरग्राउंड बिछाई जाएगी, योजना पर तकरीबन 600 करोड़ खर्च होंगे। एग्रीमेंट के अनुसार अंडरग्राउंड केबलिंग का काम 2024 तक पूरा होना है। कार्य अवार्ड होने के 18 माह के भीतर निर्माण कंपनी को काम पूरा करना होगा। उम्मीद है कि शहर के लिए जी का जंजाल बने तारों के जाल से जल्द मुक्ति मिल जाएगी।
शहर से हट जाएगा तारों का जाल
शहर में स्मार्ट सिटी परियोजना से बाहर मुख्य मार्गों से जल्द ही बिजली के खंभों पर झूलते बिजली तारों का मकडज़ाल हट जाएगा। यूपीसीएल को बिजली के तार अंडरग्राउंड करने के लिए पैसा मिल गया है। एडीबी पोषित इस परियोजना के पहले फेज में शहर के मुख्य मार्गों पर बिजली तारें भूमिगत होंगी, इसकी लंबाई 500 किमी। है। इसके बाद इंटरनल लाइनों में यह काम शुरू किया जाएगा।
2024 तक पूरा होगा प्रोजेक्ट
योजना का काम बहुत तेजी से होना है। काम केवल नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत होगा। इसमें ग्रामीण एरिया को अभी शामिल नहीं किया गया है। अगले दो साल यानि 2024 में योजना का काम पूरा होना है। योजना के तहत बिजली की 11 और 33 केवी एलटी बिजली लाइनें भूमिगत होनी है। ये कार्य पूरा होने के बाद शहर की कालोनियों से बिजली की तारों को अंडरग्राउंड करने का काम शुरू किया जाएगा।
इन मुख्य सड़कों पर होगा पहले काम
राजपुर रोड
मसूरी रोड
रायपुर रोड
सहस्रधारा रोड
चकराता रोड
ईसी रोड
गांधी रोड
घंटाघर से कुआंवाला
सुभाष रोड
कांवली रोड
जीएमएस रोड
शिमला बाईपास
हरिद्वार बाईपास
सहारनपुर रोड
हल्द्वानी, नैनीताल और यूएसनगर भी प्रस्तावित
देहरादून के अलावा हल्द्वानी, नैनीताल, ऊधमसिंहनगर आदि जगहों पर बिजली की तारें भूमिगत की जानी प्रस्तावित है। हालांकि इन शहरों में अति आवश्यकता वाली जगहों पर तारें अंडरग्राउंड होंगी। इन शहरों में जरूरत के हिसाब से अति आवश्यक जगहों पर ही केबल अंडरग्राउंड होंगी।
ये होंगे फायदे
-कटिया डालकर बिजली चोरी नहीं कर सकेंगे
-आंधी-तूफान में बिजली प्रभावित नहीं होगी
-झूलती तारों की वजह से नहीं होंगे हादसे
-यूपीसीएल को नहीं होगा लाइन लॉस
-उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली की सुविधा
-मानसून में बिजली पोल और तारों के टूटने का टेंशन नहीं होगा
ऊर्जा निगम के इन 5 डिवीजन के कंज्यूमर्स होंगे लाभान्वित
साउथ
नॉर्थ
सेंट्रल
रायपुर
मोहनपुर
सड़कें होंगी चौड़ी, ट्रैफिक होगा कंट्रोल
शहर के मुख्य सड़कों से बिजली की लाइनें अंडरग्राउंड होने से सड़कें चौड़ी हो जाएंगी, जिससे सड़कों की चौड़ाई भी बढ जाएगी। कई जगहों पर सड़कें बिजली के पोलों के चलते बॉटलनेक हैं। इन जगहों अमूमन ट्रैफिक जाम रहता है। तारें अंडरग्राउंड होने से सड़कें खुल जाएंगी, जिससे शहर की सबसे बड़ी ट्रैफिक समस्या कंट्रोल में आएगी।
योजना पर एक नजर
सिटी: देहरादून
कार्य का नाम- अंडरग्राउंड केबलिंग
बजट- 600 करोड़
लंबाई- 500 किमी।
फंडिंग- एडीबी
टेंडर: टेंडर की प्रक्रिया पूरी
कार्य अवधि: 18 माह
शहर की मुख्य सड़कों से जल्द बिजली की लाइनें अंडरग्राउंड होंगी। इसके लिए टेंडर खोलने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। इस माह के आखिरी तक कंपनी को कार्य अवार्ड हो जाएगा। 2024 तक अंडरग्राउंड केबलिंग का काम पूरा किया जाएगा। योजना से जहां बिजली व्यवस्था सुदृढ़ होगी वहीं उपभोक्ताओं को 24 घंटे निर्बाध बिजली उपलब्ध हो सकेगी।
एमएल प्रसाद, डायरेक्टर ऑपरेशन, ऊर्जा निगम
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